मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा (Mumbai Local Train Service)में सुधार के लिए नई कॉरिडोर प्रोजेक्ट की शुरुआत करने जा रहा है। इन प्रोजेक्ट से लंबी दूरी की ट्रेनों के कारण होने वाली देरी में कमी आएगी, जिससे लोकल ट्रेनों के संचालन में सुधार होगा। इस पहल से यात्रियों को अधिक सुविधा और समय की बचत होगी, साथ ही भीड़भाड़ वाले रास्तों पर दबाव भी कम होगा।

मुंबई के उपनगरीय रेल नेटवर्क में सुधार
मुंबई के उपनगरीय रेल नेटवर्क में अक्सर देरी होती है क्योंकि लंबी दूरी की ट्रेनें एक ही ट्रैक पर चलती हैं। इससे प्रतिदिन ट्रेवल करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी होती है। हालांकि अब इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जलगांव-मनमाड और भुसावल-खंडवा मार्गों पर दो नए रेल कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, जिनसे लंबी दूरी की 200 से ज्यादा ट्रेनों को अलग रास्ता मिलेगा।
इसके अलावा, कल्याण-आसनगांव-कसारा मार्ग पर दो नई लाइनें जोड़ी जा रही हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन प्रोजेक्ट्स के लिए मंजूरी दे दी है, जिससे मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा में सुधार और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद है।
नई लाइनों से यातायात में सुधार
HT के अनुसार, सेंट्रल रेलवे (CR) के एक अधिकारी ने कहा, “नई रेलवे लाइन मौजूदा मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण लंबी दूरी की ट्रेनों में देरी से बचाएगी।” लंबे समय तक ट्रेन की देरी से पहले से ही उपनगरीय यातायात प्रभावित हो रहा है और यात्रियों को देरी हो रही है। ऐसे में नया मार्ग इन ट्रेनों को लोकल ट्रैफिक को प्रभावित किए बिना निर्धारित समय पर चलाने की अनुमति देगा। “
वर्तमान में, भुसावल और खंडवा जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशन दो रेलवे लाइनों पर निर्भर हैं, जिससे इन मार्गों पर दबाव बढ़ रहा है। ये स्टेशन उत्तर भारत और पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों से मुंबई आने वाली ट्रेनों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करते हैं। इन नई लाइनों के बनने से यात्रियों को सुगम और समय पर यात्रा का लाभ मिलेगा।
नई रेल परियोजनाओं से बेहतर नेटवर्क
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट समिति ने 7,927 करोड़ रुपये की लागत वाली नई रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।
नई रेल लाइनों पर काम 2025 में शुरू होने की संभावना है और इनकी पूरी होने में दो से तीन साल का समय लगेगा। इन परियोजनाओं के बाद 15 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन संभव होगा और लगभग 15 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी। यह परियोजना महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सात जिलों को कवर करेगी, जिससे 639 किलोमीटर ट्रैक का विस्तार होगा।
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SUMMARY
मुंबई के उपनगरीय रेल नेटवर्क में सुधार के लिए नए रेल कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, जिनसे लंबी दूरी की ट्रेनों के कारण होने वाली देरी कम होगी और लोकल ट्रेन संचालन में सुधार होगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन परियोजनाओं को 7,927 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी है। जिसके माध्यम से नई लाइनों से यातायात में सुधार होगा, 15 नई ट्रेनों का संचालन संभव होगा, और डीजल बचत होने की भी संभावना है ।
