फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अधिकारियों ने बताया कि ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर (OEM) ने डीलरों की होलसेल बिक्री को कम कर दिया है। हालांकि, 75-दिन की इन्वेंट्री अवधि के दौरान, वाहन स्टॉक बढ़कर 750,000 यूनिट हो गया हैं। ऑटोमोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के अनुसार, कार निर्माताओं द्वारा डिस्पैच वाहनों की संख्या डीलरशिप पॉइंट्स पर रजिस्टर वीकल की कुल संख्या से अधिक हो रही है।

आपको बता दें, इससे पहले, FADA ने घोषणा की थी कि अगस्त के अंत तक, देश भर के शोरूमों में इन्वेंट्री 7,00,000 यूनिट तक पहुंच गई थी, जिसकी कीमत लगभग 73,000 करोड़ रुपए थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह स्टॉक जुलाई की शुरुआत में 65-67 दिन से बढ़कर अगस्त के अंत में 70-75 दिन तक पहुंच गयी हैं। डीलर चैनल में हाई स्टॉक को ध्यान में रखते हुए, वाहन निर्माताओं ने पिछले महीने होलसेल बिक्री में साल-दर-साल 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 350,000 और 355,000 इकाइयों के बीच गिरावट दर्ज की हैं।
होलसेल व रिटेल सेल्स में अंतर
FADA के चेयरमैन मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि कुछ वाहन निर्माताओं की फैक्ट्री डिलीवरी में गिरावट आई है। हालाँकि, संभावित होलसेल बिक्री वास्तविक रिटेल बिक्री से अधिक है। होलसेल और रिटेल बिक्री के बीच लगभग 20,000 से 30,000 करोड़ का अंतर है, जिसके परिणामस्वरूप स्टॉक में वृद्धि हुई हैं।
सिंघानिया के मुताबिक, डीलर्स के पास फिलहाल 725,000 से 750,000 यूनिट्स स्टॉक में हैं, जो दो से ढाई महीने में खत्म हो सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि औसत इन्वेंट्री का स्तर पहले के 65 से 67 दिन से लगभग पांच दिन बढ़कर 72 से 75 दिन तक पहुंच गया है।
डिस्काउंट और इन्वेंट्री का असर
डीलरों के यहां बढ़ती इनवेंटरी के मुद्दे पर सिंघानिया ने कहा कि थोक और खुदरा बिक्री के आंकड़े एक जैसे नहीं हैं। इस स्थिति में, OEM द्वारा उपलब्ध कराए गए थोक डेटा की तुलना ऑटो पोर्टल पर उपलब्ध डेटा से इसकी सही तस्वीर मिलती है। सभी निर्माताओं के लिए इन्वेंट्री की अवधि का पता नहीं लगाया जा सकता हैं, हालांकि मारुति सुजुकी ने 1 सितंबर को घोषणा की हैं की उसके डीलरों के पास 32-36 दिनों का स्टॉक है।
इस फेस्टिव सीजन में डिमांड को बढ़ावा देने के लिए वाहन निर्माता भारी छूट दे रहे हैं, जिसमें 10-15 प्रतिशत तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है।
