भारत का सबसे बड़ा स्टॉकब्रोकर ज़ेरोधा (Zerodha) अब विदेशी निवेश शुरू करने जा रहा है। हाल ही में कंपनी के CEO नितिन कामथ ने बताया कि 2026 की शुरुआत तक भारतीय निवेशक ज़ेरोधा पर अमेरिकी शेयरों में निवेश कर सकेंगे। यह ज़ेरोधा का मोस्ट अवेटेड लॉन्च माना जा रहा है। कामथ ने कहा, ‘बहुत लोगों ने अमेरिकी निवेश के बारे में पूछा था। हम इस पर काम कर रहे हैं। नेक्स्ट क्वार्टर तक लगभग सब कुछ तैयार हो जाएगा।’
इस ऐलान के साथ 2020 से चल रही अटकलों को विराम मिल गया है। उस समय कामथ ने पहली बार ज़ेरोधा की विदेशी निवेश योजना का ज़िक्र किया था। लेकिन COVID-19 पैंडेमिक की वजह से यह प्रोजेक्ट डिले हो गया था।

ज़ेरोधा को मिला GIFT सिटी का समर्थन
बता दें कि ज़ेरोधा की विदेशी निवेश योजना को अब GIFT सिटी से मंजूरी मिल गई है। कंपनी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर कैलाश नाध ने बताया कि गुजरात की गिफ्ट सिटी से अब जरूरी नियमों की जानकारी मिल गई है। जिसे भारत का अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) कहा जाता है। नाध ने कहा, ‘हम इस मंजूरी का लंबे समय से इंतज़ार कर रहे थे।’ उन्होंने कहा कि कंपनी अब बैकएंड और फ्रंटएंड दोनों पर बेहतर अनुभव देने की तैयारी कर रही है।
यह कदम ज़ेरोधा को चुनिंदा भारतीय फिनटेक कंपनियों की सूची में शामिल करता है। अब कंपनी गिफ्ट सिटी (GIFT City) के ज़रिए सुरक्षित तरीके से अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अवसर दे सकेगी।
विदेशी निवेश का नया मौका
ज़ेरोधा अब अमेरिकी शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए उसे एक अमेरिकी ब्रोकर के साथ पार्टरशिप करनी होगी। यही तरीका INDMoney और 5Paisa जैसी कंपनियां भी अपना रही हैं। इस नए फीचर के बाद, भारतीय इन्वेस्टर्स ज़ेरोधा से ही Apple, Tesla और Amazon जैसी बड़ी विदेशी कंपनियों के शेयर खरीद सकेंगे।
ज़ेरोधा की राह में कुछ चुनौतियां बाकी
हालांकि इस प्रोजेक्ट में कुछ चुनौतियां अब भी हैं। LRS प्रोजेक्ट के तहत विदेश भेजी जाने वाली रकम की लिमिट सालाना 2.5 लाख डॉलर है। इससे विदेशी लेनदेन महंगे साबित हो सकते हैं। इसके बावजूद, भारतीय इन्वेस्टर्स फॉरेन इन्वेस्टमेंट में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसे में इस पहल से भारतीय निवेशकों को इंटरनेशनल मार्केट में कदम रखना आसान होगा।
Summary:
भारत का सबसे बड़ा स्टॉकब्रोकर ज़ेरोधा अब विदेशी निवेश शुरू करने जा रहा है। 2026 की शुरुआत तक भारतीय निवेशक अमेरिकी शेयरों में सीधे निवेश कर सकेंगे। कंपनी को GIFT सिटी से मंजूरी मिल गई है। नए प्रोजेक्ट के तहत ज़ेरोधा Apple, Tesla और Amazon जैसे शेयर खरीद सकेंगे। LRS लिमिट जैसी चुनौतियों फिलहाल मौजूद है।
