अदित पालिच के नेतृत्व वाली क्विक कॉमर्स यूनिकॉर्न Zepto ने FY24 के रेवेन्यू में 120% जबरदस्त उछाल हासिल प्राप्त किया। यह रेवेन्यू FY23 में 2,025 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,454 करोड़ रुपये हो गया है। मुंबई स्थित इस स्टार्टअप का मानना है कि यह सफलता कस्टमर्स की बदलती प्राथमिकताओं का परिणाम है, जहां अब अधिक ग्राहक ट्रेडिशनल ई-कॉमर्स और स्थानीय किराना स्टोर्स की बजाय 10 मिनट की डिलीवरी सेवा को प्राथमिकता दे रहे हैं।

Zepto के बढ़ते खर्च और रणनीति
आपको बता दें की Zepto की तेजी से बढ़ती वृद्धि के बावजूद, इसके खर्च में 72% का उछाल आया है, जो FY23 में 3,350 करोड़ रुपये से बढ़कर FY24 में 5,747 करोड़ रुपये हो गया। यह खर्च मुख्य रूप से मार्केटिंग, कंटेंट और ऑपरेशन्स में भारी निवेश से हुआ, जिसमें खरीद पर 3,481 करोड़ रुपये खर्च किए गए, यह पिछले साल की तुलना में 87% अधिक था।
इसके अतिरिक्त, ज़ेप्टो के कर्मचारी लाभ खर्च 426 करोड़ रुपये तक पहुँच गए, जिसमें 74 करोड़ रुपये का एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) शामिल था। वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स पर खर्च में 43% बढ़ोतरी हुई, जिसमें वेयरहाउसिंग का खर्च 493 करोड़ रुपये और डिलीवरी खर्च 580 करोड़ रुपये तक पहुंच गया । विज्ञापन और प्रौद्योगिकी पर भी जोर दिया गया। जिसके चलते 303 करोड़ रुपये और प्रौद्योगिकी खर्च 116 करोड़ रुपये हो गया।
लॉस में दर्ज की गई मामूली गिरावट
ज़ेप्टो ने खर्चों में बढ़ोतरी के बावजूद अपने नेट लॉस को 2% घटाकर 1,248.64 करोड़ रुपये कर लिया, जो पिछले साल 1,271.84 करोड़ रुपये था।
सह-संस्थापक आदित पालीचा ने LinkedIn पर एक पोस्ट के ज़रिये बताया कि महज तीन साल में, ज़ेप्टो ने एक प्रमुख फर्म से बिना किसी वित्तीय विवाद के पूरी कानूनी जांच को सफलता से पूरा किया। यह युवा स्टार्टअप की मजबूत शासन व्यवस्था और रणनीतिक निर्णयों का परिणाम है, जिसने SAP FICO इंटीग्रेशन, ऑटोमेटेडरिकॉन्सिलिएशनऔर H2H भुगतान प्रणाली जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
उन्होंने आगे कहा, “हम भविष्य में प्रोफिटेबिलिटी की दिशा में इस विकास को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।
Zepto का तेज़ी से बढ़ता कारोबार
ज़ेप्टो ने भारत के क्विक-कॉमर्स क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए 29% बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी बनने का दावा किया है। हालांकि, यह ज़ोमैटो के ब्लिंकिट से 46% पीछे और स्विगी इंस्टामार्ट से 25% आगे है। वित्त वर्ष 24 में, कंपनी ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए बेहतर रेवेन्यू जेनेरेट किया, जबकि ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट ने क्रमशः 2,301 करोड़ रुपये और 1,100 करोड़ रुपये का कारोबार किया है।
इस हफ्ते की शुरुआत में, ज़ेप्टो के CEO आदित पलिचा ने घोषणा की कि कंपनी अपने क्यूरेटेड पेय और स्नैक सेगमेंट को लेकर एक समर्पित ऐप लॉन्च करने जा रही है। ज़ेप्टो कैफे, जो तेजी से विस्तार कर रहा है। ऐसे में कंपनी अब हर महीने 100 नए कैफे खोलने के साथ-साथ 30,000 से अधिक दैनिक ऑर्डर भी संभाल रही है।
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SUMMARY
अदित पालिच के नेतृत्व में Zepto ने FY24 में 120% की वृद्धि हासिल करते हुए ₹4,454 करोड़ का रेवेन्यू प्राप्त किया। इसके खर्च में 72% का उछाल आया, लेकिन नेट लॉस में 2% की मामूली कमी आई। Zepto ने भारत के क्विक-कॉमर्स क्षेत्र में 29% बाजार हिस्सेदारी हासिल की और अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ा। कंपनी ने Zepto Cafe ऐप भी लॉन्च किया है।
