टेलीकॉम विभाग ने मोबाइल डेटा प्लान की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई है। इस संबंध में रिलायंस जियो (Jio) और एयरटेल (Airtel) से जवाब मांगा गया है। विभाग ने पूछा है कि 1GB प्रतिदिन वाले सस्ते डेटा प्लान क्यों बंद किए गए।
दरअसल पिछले कुछ दिनों में इन कंपनियों द्वारा सबसे किफायती डेटा पैक हटाए गए हैं वही टैरिफ में भी बढ़ोतरी हुई है। माना जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर कम आय वाले यूजर्स पर पड़ेगा।

TRAI को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी
इस मामले में विभाग ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) को रिव्यु करने को कहा है। TRAI को इस पर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि TRAI देश का प्रमुख टेलीकॉम रेगुलेटर है। हालांकि टेलीकॉम कंपनियां आमतौर पर अपने टैरिफ खुद तय करती हैं।
Jio और Airtel ने रखा अपना पक्ष
रिपोर्ट्स के अनुसार, Jio ने बढ़ती मांग और स्थिति को देखते हुए कुछ प्लान डिस्कंटीन्यू कर दिए हैं। हालांकि, कुछ प्लान अभी भी ऑफलाइन उपलब्ध हैं।
वहीं, Airtel ने भी अपने ₹249 वाले प्लान को बंद करने की वजह बताई है। कंपनी का कहना है कि उन्होंने ग्राहकों की पसंद को समझकर यह फैसला लिया है। एयरटेल ने स्पष्ट किया कि कंपनी का उद्देश्य अपने यूजर्स को बेहतर ऑफर उपलब्ध कराना है।
Jio और Airtel के कौन से प्लान हुए डिस्कन्टिन्यू ?
भारत के टेलीकॉम मार्केट में जियो और एयरटेल का करीब 75% हिस्सा है। इन दोनों कंपनियों ने अगस्त में अपने सबसे किफायती 1GB प्रति दिन वाले प्रीपेड रिचार्ज प्लान बंद कर दिए। Jio की बात की जाए तो उसका ₹249 वाला प्लान 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। इस प्लान में यूजर्स को प्रतिदिन 1GB इंटरनेट मिलता था।
इसी तरह, एयरटेल के ₹249 वाले प्लान में 1GB डेटा के साथ 24 दिन की वैलिडिटी मिलती थी। ऐसे में इन प्लान्स के बंद होने के चलते कई यूजर्स की जेब पर असर पड़ सकता है।
टैरिफ बढ़ाने के पीछे क्या है असली वजह?
JM फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट बताती है कि Jio और Airtel के लगभग 20-25% यूजर्स 1GB डेटा प्लान पर निर्भर थे। ये प्लान यूजर्स के बीच काफी लोकप्रिय थे। हालांकि इस फैसले से कंपनियों के रेवेन्यू में वृद्धि आने की उम्मीद जताई जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जियो का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) ₹11 से ₹13 तक बढ़ सकता है। वहीं, एयरटेल के लिए यह बढ़ोतरी ₹10 से ₹11 के बीच हो सकती है। यह साफ़ दिखाता है कि दोनों हो कंपनियों ने यह कदम प्रॉफिट बढ़ोतरी करने के लिए उठाया है।
TRAI और DoT कर रहे हैं फैसले की जांच
जहां टेलीकॉम कंपनियां इसे एक बिज़नेस डिसीजन बता रही हैं, वहीं डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकॉम (DoT) और TRAI इस पर नज़र बनाए हुए हैं। दूरसंचार विभाग और ट्राई, दोनों ही फिलहाल इस फैसले की गहराई से जांच कर रहे हैं। यह मामला भारत के टेलीकॉम सेक्टर में किफायती सर्विस और प्रॉफिटेबिलिटी के बीच संतुलन की बहस को और तेज कर सकता है। फिलहाल इस फैसले का सबसे ज्यादा असर उन ग्राहकों पर पड़ा है, जो 1 GB डेटा वाले किफायती प्लान पर निर्भर थे।
Summary:
Jio और Airtel द्वारा सस्ते डेटा प्लान बंद करने पर टेलीकॉम विभाग ने चिंता जताई है। TRAI को इसकी जांच की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनियों का कहना है कि यह फैसला ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर लिया गया है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार इसका उद्देश्य मुनाफा बढ़ाना हो सकता है। इस फैसले सबसे ज्यादा असर कम इनकम केटेगरी वाले यूजर्स पर पड़ा है।
