Vikram 3201: जानिए भारत के पहले Make In India माइक्रोप्रोसेसर के 5 इंटरेस्टिंग फैक्ट्स!


Bhawna Mishra

Bhawna Mishra

Sep 04, 2025


भारत ने तकनीकी दुनिया में नया इतिहास रच दिया है। देश का पहला पूरी तरह से स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर ‘Vikram 3201’ अब लॉन्च हो गया है। यह भारत सरकार के ‘Make in India’ और ‘Atmanirbhar Bharat’ उद्देश्य का हिस्सा है। यह प्रोजेक्ट विदेशी सेमीकंडक्टरों की जरूरत को कम करेगा। Vikram 320 की सबसे खास बात यह है की इस माइक्रोप्रोसेसर का निर्माण और डिज़ाइन भारत में ही हुआ है। यह देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

‘मेक इन इंडिया’ के तहत डिज़ाइन किए गए Vikram 3201 से जुड़े 5 रोचक तथ्य इस प्रकार हैं-

1. भारत के स्पेस प्रोग्राम को मिलेगी मजबूती

भारत ने माइक्रोप्रोसेसर टेक्नोलॉजी में बड़ा अपग्रेड किया है। Vikram 3201, एक 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है। यह इसके पुराने वर्जन, विक्रम 1601 से कहीं ज़्यादा प्रभावशाली है। यह वर्जन सिर्फ 16-बिट तक सीमित था। ऐसे में यह नया प्रोसेसर ज़्यादा डेटा को एक साथ प्रोसेस कर सकता है। इससे परफॉरमेंस और एफिशिएंसी दोनों में सुधार होता है। इस चिप को खासतौर पर ISRO के स्पेस मिशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। 

2. हर परिस्थिति के लिए भरोसेमंद विकल्प 

Vikram 3201 की सबसे खास बात यह है की किसी भी तरह के तापमान को सहन करने की क्षमता रखता है। यह माइक्रोचिप -55°C से लेकर 125°C तक के तापमान में आसानी से काम कर सकती है। यह स्पेशल फीचर सैटेलाइट और स्पेसक्राफ्ट की मुश्किल परिस्थितियों के लिए बेहद ज़रूरी है। 

3. क्रिटिकल सिक्योरिटी के लिए भरोसेमंद टेक्नोलॉजी

इस Vikram 3201 प्रोसेसर का एक फीचर यह भी है की ये Ada प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सपोर्ट करती है। Ada को विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। यह लैंग्वेज सैटेलाइट, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और रॉकेट लॉन्चिंग जैसे महत्वपूर्ण कामों में इस्तेमाल होती है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि विक्रम 3201 सुरक्षा और मिशन बेस्ड एप्लिकेशन के लिए पूरी तरह से उपयुक्त है।

4. भारत में भी स्पेस-लेवल चिप बनाना संभव

भारत ने स्पेस-लेवल स्वदेशी चिप का सफल विकास कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस चिप की डिज़ाइन और मैन्युफैक्चरिंग इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुरूप कि गई है। इससे ताइवान और चीन जैसे देशों से आयात पर निर्भरता कम होगी। ऐसे में अब भारत में भी ऑटोमोबाइल, कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य डिवाइस के लिए घरेलू स्तर पर चिप्स बनाना संभव हो सकेगा।

5. रोज़गार और निवेश को मिलेगा बढ़ावा

सरकार सेमीकंडक्टर मिशन पर तेजी से काम कर रही है। अब तक 10 फ़ैब्रिकेशन प्लांट्स के लिए 18 अरब डॉलर की योजना बन चुकी है। इस इनिशिएटिव में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, HCL और Foxconn जैसी बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं। दरअसल सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक इस क्षेत्र में 3 लाख से अधिक लोगों को जॉब मिले।

Summary:

भारत ने अपना पहला पूरी तरह स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर ‘Vikram 3201’ लॉन्च किया है। आत्मनिर्भर भारत की ओर यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रोसेसर ISRO के स्पेस मिशन, कठिन परिस्थितियों और क्रिटिकल सिक्योरिटी सिस्टम के लिए तैयार किया गया है। यह प्रोसेसर पूरी तरह भारत में विकसित किया गया है। इससे न केवल चिप्स के एक्सपोर्ट पर निर्भरता कम होगी बल्कि रोजगार और निवेश को भी तेजी से बढ़ावा मिलेगा।


Bhawna Mishra
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She is a seasoned writer with a passion for Storytelling and a keen interest in diverse topics. With 2.5 years of experience, she excels in writing about Tech, Sports, Entertainment, and various Niche topics. Bhawna holds a Postgraduate Degree in Journalism and Mass Communication from St Wilfred’s College of Jaipur.

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