बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी अपने पवित्र गंगा घाटों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। अब शहर में जल्द ही एक नई सुविधा शुरू होने वाली है। भारत का पहला पब्लिक रोपवे (India’s 1st Urban Ropeway) यहां शुरू होगा। यह तीर्थयात्रियों को शहर की भीड़-भाड़ वाली सड़कों से जल्दी पार करने में मदद करेगा।

अधिकारियों के अनुसार, परफॉर्मेंस ट्रायल अब अंतिम चरण में हैं। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी।
वाराणसी का पहला रोपवे जल्द ही लॉन्च
वाराणसी में जल्द ही शहर का पहला पब्लिक रोपवे शुरू होने वाला है। यह करीब 4 किमी लंबा कॉरिडोर कैंट रेलवे स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) को गोदौलिया से जोड़ेगा। गोदौलिया काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित है। रोपवे का उद्देश्य तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही को आसान बनाना है।
वाराणसी के डिविजनल कमिश्नर एस. राजलिंगम ने बताया कि प्रोजेक्ट ‘लगभग फिनिशिंग स्टेज पर है। ‘फुल लोड टेस्ट जल्द ही शुरू होंगे। तमिलनाडु से आए जर्नलिस्ट के एक ग्रुप को उन्होंने कहा कि रोपवे मई से पहले चालू हो जाएगा। स्पीड ट्रायल अभी जारी हैं।
वाराणसी रोपवे से तीर्थयात्रियों के सफर में आएगा बदलाव
बता दें की यह रोपवे लगभग ₹800 करोड़ के बजट में तैयार किया जा रहा है। इसमें केबल कार होंगी। हर कार में 10 यात्री बैठ सकेंगे। यह तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए सुविधाजनक ऑप्शन होंगे। रेलवे स्टेशन और गोदौलिया के बीच यात्रा का समय केवल 15 मिनट होगा। वाराणसी के डिविजनल कमिश्नर राजलिंगम ने बताया कि बजट में 15 साल के ऑपरेशनल और मेंटेनेंस एक्सपेंस भी शामिल है।
वाराणसी रोपवे में सुरक्षा को सबसे पहले रखा गया है। यह यूरोपियन CEN स्टैंडर्ड के अनुसार डिजाइन किया गया है। पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए वर्टिकल इवैक्यूएशन जैसी सुविधाए भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने रोपवे बनाने का फैसला टेक्निकल स्टडीज के बाद किया। स्टडी में पता चला कि मिट्टी की स्थिति मेट्रो निर्माण के लिए सही नहीं थी। ऐसे में रोपवे वाराणसी की ज्योग्राफिकल लोकेशन के लिए आइडियल ऑप्शन बन गया।
पर्यटकों को शहर की भीड़ से जल्द ही मिलेगी राहत
साल 2014 से ‘रोशनी के शहर’ में इंफ्रास्ट्रक्चर में ₹60,000 करोड़ से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट हुआ है। इसमें सड़क, रेल, जलमार्ग और एयरपोर्ट जैसी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट शामिल हैं। ऐसे में यह रोपवे शहर को एक मॉडर्न और एफ्फिसिएंट ट्रांसपोर्ट सोल्यूशन देगा। साथ ही वाराणसी शहर, एक प्रमुख तीर्थ और टूरिज्म हब के रूप में उभरेगा।
पवित्र घाटों के ऊपर से गुज़रता यह रोपवे यात्रियों को तेज़ और आसान सफर सुनिश्चित करेगा।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लोग इसे कैसे अपनाते हैं। साथ ही, यह रोज़मर्रा की ज़िंदगी और पर्यटन में किस तरह बदलाव लाता है।
Summary:
वाराणसी का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे जल्द ही शुरू होने वाला है। यह करीब 4 किमी लंबा है और कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक जाएगा। ₹800 करोड़ की लागत से बने इस रोपवे में 10 यात्रियों वाली केबल कार होंगी। इससे यात्रा का समय केवल 15 मिनट होगा। रोपवे की डिजाइनिंग में सबसे पहले सेफ्टी को प्राथमिकता दी गई है। फुल लोड टेस्ट अभी चल रहे हैं। यह प्रोजेक्ट शहर के ₹60,000 करोड़ के इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड का हिस्सा है।
