भारतीय रेलवे में इन दिनों उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इन बदलावों में वंदे भारत ट्रेन सबसे प्रमुख है, जिसने भारतीय रेलवे के नेटवर्क को नए युग में कदम रखने में मदद की है। हाल ही में, चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने वंदे भारत प्रोजेक्ट के तहत लंबी दूरी की यात्रा करने वाली पूरी तरह AC स्लीपर कोच पेश किए। पहले जहां सिर्फ चेयर कार की व्यवस्था थी, वहीं अब स्लीपर कोच की शुरुआत से यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा, जिसमें अत्याधुनिक इंटीरियर और मॉडर्न सिक्योरिटी सुविधाएं शामिल हैं।

वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस, कौन है बेहतर?
ट्रैन स्पीड और आरामदायक इंटीरियर
आपको बता दें की साल 2018 में लॉन्च होने के बाद से, देश भर में 77 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें संचालित हो रही हैं। ऐसे में इस प्रोजेक्ट की सफलता ने राजधानी एक्सप्रेस जैसी अन्य प्रीमियम ट्रेनों के साथ एक हेल्थी कॉम्पिटिशन को जन्म दिया है। ऐसे में इन दोनों ट्रेनों के बीच तुलना इस प्रकार है-
सितंबर 2024 तक, भारतीय रेलवे ने 102 वंदे भारत ट्रेनें शुरू की हैं, जो 160 किमी/घंटा की स्पीड तक पहुंचने में सक्षम हैं, और इसने राजधानी एक्सप्रेस की 140 किमी/घंटा की रफ्तार को पीछे छोड़ दिया है। इन ट्रेनों में अब नए स्लीपर कोच भी शामिल हैं, जो चेयर कार के एडिशन के जैसे ही डिज़ाइन किए गए हैं।हालांकि इनकी परफॉर्मेंस को और बेहतर बनाने के लिए उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम और हाई क्वालिटी वाले इंटीरियर्स का इस्तेमाल किया गया है।
इतना ही नहीं इन कोचों में GFRP (ग्लास फाइबर रीइन्फोर्स्ड पॉलीमर) जैसी मजबूत मटेरियल से बने इंटीरियर्स भी शामिल हैं, जो इन्हें और भी आरामदायक बनाते हैं।
उन्नत सुविधाएं और बेहतर अनुभव
बताते चलें की वंदे भारत स्लीपर कोच यात्रियों के आराम को महत्व देते हैं, इसलिए वे कुशन वाली साइड बर्थ जैसे सुविधाएं प्रदान करते हैं। ट्रेन में बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स, टच-फ्री फिटिंग, ऑटोमेटिक डोर और GPS-बेस्ड नोटिफिकेशन सिस्टम जैसी उन्नत सुविधाएँ शामिल हैं। जबकि राजधानी एक्सप्रेस भी हाई क्वालिटी वाली सुविधाएँ प्रदान करती है, जैसे वैक्यूम-असिस्टेड फ्लशिंग शौचालय, वंदे भारत दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करता है।
वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस दोनों ही अत्याधुनिक शौचालय प्रणालियों से लैस हैं, लेकिन इनकी तकनीकी सुविधाओं में कुछ अंतर हैं। वंदे भारत में बायो-वैक्यूम तकनीक और टच-फ्री सुविधाओं के साथ एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किए गए, ओडोर फ्री शौचालय हैं, जो यात्रा के दौरान अधिक आराम और स्वच्छता प्रदान करते हैं।
वहीं, राजधानी एक्सप्रेस में वैक्यूम-असिस्टेड फ्लशिंग और टच-फ्री सोप डिस्पेंसर जैसी सुविधाएं यात्रियों को सुविधा देती हैं। कुल मिलाकर, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें उन्नत तकनीक और एक्सेप्शनल कम्फर्ट के साथ लंबी दूरी की रेल यात्रा का अनुभव नया स्टैंडर्ड सेट करता हैं।
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SUMMARY
भारतीय रेलवे में वंदे भारत एक्सप्रेस एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसने तेज़ गति और आधुनिक सुविधाओं से यात्रा अनुभव को नई उपलब्धि पर पहुंचाया है। 2018 में लॉन्च होने के बाद, इन ट्रेनों की संख्या 102 तक पहुँच गई, जो 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती हैं। नए स्लीपर कोच, बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स, और उच्च गुणवत्ता वाले इंटीरियर्स से यात्रियों को अधिक आराम और सुरक्षा मिलती है, जबकि दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
