इंडियन रेलवे अपने यात्रियों के ट्रैवल एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इसके तहत इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से अपग्रेड किया जा रहा है। इसी कड़ी में वंदे भारत एक्सप्रेस सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है। तेज रफ्तार और बेहतरीन ऑनबोर्ड सुविधाओं की वजह से यह ट्रेन यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
लंबी दूरी की यात्रा के लिए अब कई पैसेंजर वंदे भारत को एक भरोसेमंद विकल्प मान रहे हैं।

जल्द शुरू होगी वंदे भारत की स्लीपर ट्रेन
भारतीय रेलवे अब ऐसी ट्रेनें लाने जा रहा है, जो रात के समय यात्रा को बेहतर बनाएंगी। इसी दिशा में वंदे भारत का नया स्लीपर (Vande Bharat Sleeper Train) वर्ज़न लॉन्च किया जा रहा है। सरकार की योजना है कि इस वित्त वर्ष में 30 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू की जाएं। रिपोर्ट्स के अनुसार, पहली ट्रेन जुलाई के अंत तक ट्रैक पर उतर सकती है।
इस पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का स्पीड टेस्ट पूरा हो चुका है। फिलहाल रेलवे बोर्ड इसका रूट और किराया तय कर रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस स्लीपर ट्रेन का शुभारंभ कर सकते हैं। वही 2025-26 के वित्तीय वर्ष में सभी 30 ट्रेनें शुरू हो सकती हैं।
BEML तैयार कर रहा 10 नई वंदे भारत, जल्द होंगी लॉन्च
बता दें कि बेंगलुरू की सरकारी कंपनी भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण पूरा कर लिया है। पहली ट्रेन के सफल ट्रायल के बाद ये ट्रेनें धीरे-धीरे परिचालन में आएंगी। इसके अलावा, चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) भी 8 से 10 और स्लीपर ट्रेनें तैयार कर रही है। BEML और ICF मिलकर इन ट्रेनों के कोच विकसित करने में तेजी से काम कर रहे हैं।
फिलहाल देश की सबसे तेज़ ट्रेनों में राजधानी, शताब्दी और चेयर कार वंदे भारत शामिल हैं। यह सभी ट्रेन अधिकतम 130 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती हैं। इस बीच नई स्लीपर ट्रेनें 160 से 240 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ेंगी, जो इन सभी से कहीं आगे है। एडवांस्ड फीचर्स से लंबी दूरी की यात्रा में समय बचेगा और सफर भी आरामदायक होगा।
सबसे पहले दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई जैसे व्यस्त मार्गों पर वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें चलने की संभावना है।
Summary
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी तेज रफ्तार और आधुनिक सुविधाओं की वजह से लोकप्रिय हो रही है। रेलवे जल्द ही रात के सफर को और भी आरामदायक बनाने के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू करने वाला है। 2025 में 30 नई ट्रेनें चलाने की योजना है। बेंगलुरु की BEML ने अब तक 10 ट्रेनें विकसित की हैं। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) भी 8 से 10 ट्रेनें तैयार कर रही है। नई स्लीपर ट्रेनें 160-240 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी।
