अमेरिकी सरकार ने हाल ही में भारतीय रेलवे, HAL और IOC को रिश्वत देने वाली कंपनियों, जैसे मूग इंक (Moog Inc) ओरेकल (Oracle Corporation) और अल्बेमर्ले (Albemarle Corporation) पर 300% से अधिक का जुर्माना लगाया है, जो ग्लोबल करप्शन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है। यह कदम न केवल बिजनेस वर्ल्ड में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने का संकेत है, बल्कि यह धोखाधड़ी और नकल को रोकने के लिए भी एक महत्वपूर्ण पहल है।

आइये विस्तार से जानते है, आखिर इन कंपनियों पर क्या आरोप लगे और उन्होंने अमेरिकी सरकार को कितना जुर्माना अदा किया है-
अमेरिकी फर्म Moog Inc पर रिश्वत का आरोप
आपको बता दें, अमेरिका की रिसर्च और डिजाइन फर्म मूग इंक को भारतीय रेलवे और HAL से कॉन्ट्रेक्ट प्राप्त करने के लिए रिश्वत देने का दोषी पाया गया। कंपनी ने 5 लाख डॉलर से अधिक की रिश्वत चुकाई, जांच में पाया गया की यह रिश्वत लेजिटीमेट कांट्रेक्टर सर्विसेज के रूप में दर्ज की गई है। ऐसे में Moog Inc ने इस पुरे मामले को सुलझाने के लिए 1.68 मिलियन डॉलर का भारी जुर्माना अदा किया है।
ओरेकल कॉर्पोरेशन का अन्य देशो से भ्रष्ट व्यवहार
यदि बात ओरेकल कॉर्पोरेशन की करें तो इस कंपनी के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप भारत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और तुर्की द्वारा भी लगाए गए हैं।। खासकर भारतीय रेलवे के साथ इस कंपनी का विवादास्पद लेन-देन सामने आया है । 2019 में ओरेकल इंडिया के सेल्स डिपार्टमेंट की भ्रष्टाचार की बात सामने आई, जब उन्होंने भारतीय सरकारी संस्थाओं को रिश्वत दी। इस पूरी गड़बड़ी में 6.8 मिलियन डॉलर की रिश्वत का खुलासा हुआ, और इसके परिणामस्वरूप ओरेकल को 23 मिलियन डॉलर का भारी जुर्माना अदा करना पड़ा, जिससे कंपनी ने मामले को किसी तरह निपटाया।
अल्बेमर्ले कॉर्पोरेशन पर 198 मिलियन डॉलर का जुर्माना
अमेरिका की प्रमुख केमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अल्बेमर्ले कॉर्पोरेशन पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) और इंडोनेशिया और वियतनाम की कंपनियों को रिश्वत देने का गंभीर आरोप लगाया गया है। बता दें की कई वर्षों तक इस कंपनी ने कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने के लिए कुल 63.5 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत चुकाई है। जिसके बाद सितंबर 2023 में, कंपनी ने इस मामले से बचने के लिए 198 मिलियन डॉलर का भारी जुर्माना चुकाया है, जिससे इस पूरे मामले को शांत किया जा सके। हालांकि इस मामले की छाप लंबे समय तक बनी रहेगी।
अमेरिकी जांच एजेंसियों ने किए बड़े खुलासे
अमेरिकी न्याय विभाग और सिक्योरिटीज व एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने प्रमुख कंपनियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामलों का एक विस्तृत खुलासा किया है। इसमें मुख्य रूप से Moog की भारतीय शाखा, मूग मोशन कंट्रोल्स प्राइवेट लिमिटेड (MMCPL), ने साउथ सेंट्रल रेलवे और HAL के लिए कॉन्ट्रेक्ट प्राप्त करने के लिए रिश्वत दी है।
वहीं, Oracle ने रिश्वत देने के लिए अत्यधिक डिस्काउंट्स का उपयोग किया। इतना ही नहीं, Albemarle की IOC के साथ रिश्वतखोरी की प्रथा 2009 से चल रही थी, जो कई सालों तक जारी रही। ऐसे ने इन कंपनियों की अनैतिक कार्रवाइयों ने न केवल उनके बिजनेस को संकट में डाला, बल्कि ग्लोबल बिजनेस स्टैण्डर्ड पर भी सवाल खड़े कर दिए है।
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SUMMARY
अमेरिकी सरकार ने Moog Inc, Oracle और Albemarle जैसी कंपनियों पर भारतीय रेलवे, HAL और IOC को रिश्वत देने का आरोप लगाते हुए भारी जुर्माना लगाया। Moog ने 1.68 मिलियन डॉलर, Oracle ने 23 मिलियन डॉलर, और Albemarle ने 198 मिलियन डॉलर का जुर्माना चुकाया है। यह कदम वैश्विक भ्रष्टाचार को रोकने और बिजनेस सेक्टर में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
