हाल ही में नव-नियुक्त अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक कड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि यदि भारत समेत अन्य BRICS देश वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर की भूमिका को कमजोर करने के प्रयासों को जारी रखते हैं, तो उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले ही दिन उठाए गए इस कदम से वाशिंगटन और नई दिल्ली के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान के मुख्य हाइलाइट्स
टैरिफ को लेकर चेतावनी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने BRICS देशों को चेतावनी दी है कि यदि वे अमेरिकी डॉलर की वैश्विक भूमिका को कमजोर करने का प्रयास करते हैं, तो उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। ट्रम्प ने यह बयान उन देशों की बातों के जवाब में दिया, जो अमेरिकी डॉलर की अहमियत कम करने की कोशिश कर रहे हैं।
स्पष्ट और दृढ़ नीति
ट्रम्प ने कहा कि उनका बयान धमकी नहीं, बल्कि अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए सख्त नीति है। इतना ही नहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि अमेरिका हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा करेगा, चाहे हालात जैसे भी हों।
पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन से मतभेद
राष्ट्रपति ने पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन के इस दावे को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका इस स्थिति में कमजोर है। ट्रम्प ने जोर देकर कहा कि अमेरिका अब भी BRICS देशों पर प्रभाव रखता है और उनकी किसी भी पहल का कड़ा प्रतिरोध करेगा।
ट्रम्प ने BRICS नेशन को चेतावनी दी
बता दें की ओवल ऑफिस में एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रम्प ने कहा, “अगर ब्रिक्स देश ऐसा करना चाहते हैं, तो ठीक है, लेकिन हम उनके बिजनेस पर कम से कम 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने जा रहे हैं। यह कोई धमकी नहीं, बल्कि एक स्पष्ट रुख है।” उन्होंने यह भी बताया कि उनके इस रुख के कारण BRICS देश अपनी योजनाओं पर फिर से विचार करने को मजबूर हो गए हैं।
BRICS देशों ने डॉलर के विकल्प पर विचार शुरू किया
ब्रिक्स देशो, ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर के स्थान पर एक विकल्प तलाशने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जिसमें नई मुद्रा को लेकर चर्चाएं भी चल रही हैं। आपको बता दें की दिसंबर 2024 में, अपने उद्घाटन से पहले, ट्रम्प ने ब्रिक्स देशों को डॉलर के विकल्प की ओर बढ़ने के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि वे अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं करते, तो टैरिफ़ में भारी वृद्धि हो सकती है।
BRICS नेशन का यह कदम अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता को कम करने और इकनॉमिक फ्रीडम बढ़ाने के उनके व्यापक उद्देश्य का हिस्सा है।
अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों पर प्रभाव
BRICS के प्रमुख सदस्य भारत को अमेरिकी नीतियों से संभावित गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। 100% टैरिफ लागू होने से भारत के अमेरिकी एक्सपोर्ट की कॉस्ट बढ़ जाएगी, जिससे व्यापार में रुकावटें आ सकती हैं। साथ ही, जीयोपॉलिटिकल और आर्थिक समस्याओं के कारण पहले से तनावपूर्ण बाइलेटेरल रिलेशन में और भी गिरावट आ सकती है।
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SUMMARY
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने BRICS देशों को चेतावनी दी कि यदि वे अमेरिकी डॉलर की वैश्विक भूमिका कमजोर करने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि यह कदम अमेरिकी हितों की सुरक्षा के लिए है। BRICS देशों के डॉलर विकल्प पर विचार से भारत सहित व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ने की संभावना है।
