एलन मस्क की अगुआई वाली टेस्ला कंपनी ने कथित तौर पर बीमार कर्मचारियों के घर जाकर उनकी अनुपस्थिति को कंट्रोल करने के लिए एक विवादास्पद तरीका अपनाया है। हाल ही में जारी हुई कुछ रिपोर्टों के अनुसार, टेस्ला अपने प्रतिनिधियों को कर्मचारियों के घर भेजकर यह वेरीफाई कर रहा है कि कर्मचारी वास्तव में बीमार हैं या नहीं। ऐसे में कंपनी की इस एक्टिविटी ने कर्मचारियों की गोपनीयता और कार्यस्थल नीतियों के बारे में चिंताएं पैदा कर दी हैं।

Tesla की ओर से कैसे हुई इसकी शुरुआत?
बता दें की, अमेरिकी ऑटोमोटिव कंपनी ने अपने 30 जर्मन कर्मचारियों के घर जा रही है, जिन्होंने बीमार होने की सूचना दी थी। हालांकि जब इस विजिट के बारे में पूछा गया, तो इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ने इससे इनकार किया। ऐसी अटकलें हैं कि ये दौरे एलोन मस्क के लिए कंपनी की उच्च अनुपस्थिति दर का परीक्षण करने का एक उपकरण हैं।
टेस्ला की गिगाफैक्ट्री के प्रबंधक आंद्रे थिएरिग के अनुसार, कर्मचारियों के घरों पर जाना असामान्य नहीं था, और वे कार्य नीति को मजबूत करना चाहते थे। उन्होंने आगे कहा -“अगस्त में बर्लिन गिगाफैक्ट्री के कर्मचारियों के बीच बीमार छुट्टी की दर 17% तक पहुंचने के बाद इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं ने यह कदम उठाया, जबकि जर्मन ऑटो इंडस्ट्री में औसत बीमार छुट्टी दर सिर्फ 5% से अधिक है। गीगाफैक्ट्री में वर्तमान में लगभग 12,000 लोग कार्यरत हैं।
कर्मचारियों की प्राइवेसी का दुरुपयोग
बताते चलें की टेस्ला ने नियमित रूप से काम पर आने वाले कर्मचारियों को कंपनी €1,000 (£830) का बोनस देने की पेशकश कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि बीमार होने का दावा करने वाले कर्मचारी “अपमानजनक” हैं और सिस्टम को शोषण कर रहे हैं। जर्मन कार मेकिंग यूनियन IG Metall का कहना है कि कर्मचारियों की अनुपस्थिति की उच्च दर का मुख्य कारण अत्यधिक काम और असुरक्षित परिस्थितियाँ हैं। हालांकि, मस्क, इन यूनियनों के आलोचक रहे हैं और कई बार उनसे बहस कर चुके हैं।
अगस्त में बर्लिन की गिगाफैक्ट्री में कर्मचारियों ने बीमार होने का दावा किया और इस सूचना का प्रतिशत 17% तक पहुंच गया, जबकि जर्मन कार उद्योग का औसत केवल 5% है। टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने 30 जर्मन कर्मचारियों के घर का दौरा किया, जिन्होंने बीमार होने की सूचना दी थी।हालांकि टेस्ला ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि अनुपस्थिति की उच्च दरों की जांच के चलते ऐसा करना आवश्यक था। गिगाफैक्ट्री के मैनेजर आंद्रे थिएरिग ने इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया, जिसमें वे कर्मचारियों की कार्य नीति पर ध्यान देना चाहते थे।” Elon Musk ने भी इस स्थिति पर ट्वीट करके अपनी राय जाहिर की थी।
उन्होंने आगे कहा, “जो व्यक्ति सुबह नहीं उठता उसके लिए फैक्ट्री में कोई जगह नहीं है।” वही टेस्ला के HR प्रमुख एरिक डेमलर ने कहा कि कुछ कर्मचारी इस दौरे से नाखुश थे और कुछ ने अपने दरवाजे बंद कर लिए या पुलिस को बुलाने की धमकी दी।
