आईटी सेक्टर में पिछले 10 सालों तक नंबर-1 रहने वाली TCS अब मुश्किल दौर से गुजर रही है। कंपनी का इक्विटी वैल्यूएशन पहली बार अपनी राइवल कंपनियों से नीचे पहुंच गया है। इंफोसिस (Infosys) और एचसीएलटेक ( HCLTech) अब टीसीएस से आगे आ गए हैं। आखिर टीसीएस के वैल्यूएशन पर ऐसी गिरावट क्यों आई? आइए समझते हैं।

दस साल बाद TCS के वैल्यूएशन में बड़ी गिरावट
ऐसा दिख रहा है कि लगभग 14 वर्षों में पहली बार कंपनी अपना पुराना वैल्यूएशन प्रीमियम खो रही है। एक समय परफॉरमेंस और प्राइसिंग पावर के आधार पर TCS को आईटी इंडस्ट्री का बेंचमार्क माना जाता था। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। कंपनी अब अपने बाकी कंपनी के मुकाबले लो इनकम मल्टीप्लायर पर ट्रेड कर रही है।
TCS का वैल्यूएशन अब इंफोसिस और HCL से नीचे
फिलहाल लेटेस्ट मार्केट ट्रेंड TCS के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं। कंपनी का पिछला P/E मल्टीप्ल घटकर 22.5 पर आ गया है। यह अब इंफोसिस के 22.9 और एचसीएलटेक के 25.5 गुना से भी नीचे है।
यह गिरावट TCS के पुराने परफॉरमेंस से काफी विपरीत है। 2011 से 2025 की शुरुआत तक कंपनी ने एवरेज 25.5 गुना P/E हासिल किया था। यह इंडस्ट्री के एवरेज 22.2 से लगभग 15% ज्यादा था।
वही इस मामले पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बदलाव भारत के IT सेक्टर में एक बड़ी शिफ्ट दिखाता है। P/E में कमी का कारण TCS की प्रॉफिट ग्रोथ और मार्जिन में गिरावट आई है।
मार्केट शेयर और कैपिटलाइजेशन पर असर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, TCS की मार्केट शेयर कम हो गया है। वर्तमान में, टॉप 5 लिस्टेड IT कंपनियों में TCS का हिस्सा लगभग 43.4% है। यह मार्च 2020 के 55% से काफी कम है। TCS का मौजूदा मार्केट वैल्यू ₹11.3 ट्रिलियन है। वहीं, टॉप आईटी कंपनियों का कुल मूल्यांकन ₹26.1 ट्रिलियन है।
TCS की वैल्यूएशन गिरावट ने बढ़ाई इन्वेस्टर्स की चिंता
इक्विनॉमिक्स रिसर्च एंड एडवाइजरी सर्विसेज के फाउंडर और सीईओ, जी चोकालिंगम का कहना है कि TCS के वैल्यूएशन में गिरावट इन्वेस्टर्स की इनकम को लेकर चिंता को दिखाती है। उन्होंने बताया, हाल की क्वाटर में TCS ने अपने कॉम्पिटिटर्स की तुलना में प्रॉफिट ग्रोथ और मार्जिन में तेज गिरावट दर्ज की है। इन्वेस्टर्स का कहना हैं कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा। इसी कारण TCS की वैल्यूएशन गिर रही है।
Summary:
आईटी सेक्टर में लंबे समय तक नंबर-1 रही TCS अब मुश्किल दौर से गुजर रही है। कंपनी का P/E वैल्यूएशन पहली बार इंफोसिस और HCLTech से नीचे आ गया है। TCS का मार्केट शेयर घटकर 43.4% हो गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रॉफिट ग्रोथ और मार्जिन में गिरावट इस वैल्यूएशन कमी का मुख्य कारण है। निवेशक इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। यह IT सेक्टर में बड़ी शिफ्ट माना जा रहा है।
