भारत की सबसे बड़ी IT सर्विस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) अपने कर्मचारियों के लिए बड़ा बदलाव कर रही है। दरअसल कंपनी नई तकनीक के साथ खुद को बदलने पर फोकस कर रही है। इन बदलावों के बीच, TCS ने बड़े पैमाने पर ले ऑफ की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, कंपनी इस ले ऑफ से प्रभावित एम्प्लॉयीज को अच्छे रिटायरमेंट पैकेज और करियर बदलने में मदद भी दे रही है।

इस ले-ऑफ से कौन होगा प्रभावित?
बता दें कि ले-ऑफ उन कर्मचारियों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा, जिनके स्किल सेट पुराने हैं या जो नई प्रोजेक्ट की जरूरतों के हिसाब से खुद को नहीं बदल पाए हैं। इसके अलावा, ऐसे एम्प्लॉयीज जो पिछले आठ महीने से बिना किसी काम के ‘बेंच पर हैं’ उन्हें भी नौकरी छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी कर्मचारी सीनेट (NITES) के अनुसार, सिर्फ पुणे में ही 2,500 से ज्यादा कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है।
कर्मचारियों को मिलेगा खास रिटायरमेंट पैकेज
इस छंटनी से होने वाले प्रभाव कम करने के लिए TCS अपने कर्मचारियों को रिटायरमेंट पैकेज दे रही है। ये पैकेज जॉब ड्यूरेशन के हिसाब से मिलेंगे। किसी को 6 महीने तो किसी को 2 साल तक की सैलरी भी मिल सकती है। इसके साथ ऐसे एम्प्लॉयीज को रिटायरमेंट से पहले 3 महीने का नोटिस पीरियड भी दिया जाएगा।
रिटायरमेंट बेनिफिट्स में शामिल है-
• 10-15 साल के एक्सपीरियंस वाले कर्मचारियों को 1.5 साल तक की सैलरी मिल सकती है।
• जिन कर्मचारियों के पास लंबे समय तक कोई प्रोजेक्ट नहीं है, उन्हें तीन महीने का रिटायरमेंट पैकेज मिलेगा।
• ऐसे सीनियर एम्प्लॉयीज जो रिटायरमेंट के पास हैं, वे इंश्योरेंस और बाकी फायदे के साथ जल्दी रिटायरमेंट ले सकते हैं।
नया करियर शुरू करने में मदद करेगा TCS
TCS सिर्फ फाइनेंशियल मदद ही नहीं दे रही बल्कि करियर स्विच करने में भी साथ दे रही है। खासतौर पर जूनियर कर्मचारियों को नौकरी खोजने में मदद की जा रही है। खास बात यह है कि कंपनी तीन महीने तक रिक्रूटमेंट एजेंसी की फीस और आउटप्लेसमेंट सर्विस का खर्च उठा रही है। TCS का मानना है कि यह कदम कर्मचारियों को आने वाले समय के लिए तैयार करने में मदद करेगा।
TCS क्यों कर रही है बदलाव?
TCS का यह कदम आईटी सेक्टर में हो रहे बड़े बदलावों का हिस्सा है। AI, ऑटोमेशन और क्लाउड जैसी तकनीकों के आने से जॉब्स बदल रही हैं। कंपनी अब ऐसे कर्मचारियों की टीम बनाना चाहती है जो नए स्किल सेट के साथ काम करें। इसलिए फोकस अब तकनीक में माहिर वर्कफोर्स पर है।
इस कदम की कई एम्प्लॉई यूनियन ने आलोचना की है। हालांकि TCS का कहना है कि तेजी से बदलती ग्लोबल टेक्नोलॉजी में टिके रहने के लिए ये बदलाव ज़रूरी हैं।
Summary:
TCS ने तकनीक में बदलाव और ग्राहकों की नई ज़रूरतों को देखते हुए बड़े स्तर पर छंटनी शुरू की है। पुराने स्किल और लंबे समय से बेंच पर बैठे कर्मचारी इससे प्रभावित हो रहे हैं। कंपनी इन्हें रिटायरमेंट पैकेज और करियर बदलने में मदद दे रही है। TCS का कहना है कि यह कदम कर्मचारियों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए ज़रूरी है।
