Zomato और Swiggy के बाद, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ने हाल ही में ऑर्डर पर 3 रुपये का प्लेटफ़ॉर्म शुल्क लेना शुरू कर दिया है। यह शुल्क ऑनलाइन भुगतान और कैश ऑन डिलीवरी (COD) ऑर्डर पर लागू होगा, भले ही कस्टमर फ्लिपकार्ट प्लस का सदस्य हो या नहीं। आपको बता दें, यह नया शुल्क फ्लिपकार्ट के मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर दिखाई दे रहा है और 10,000 रुपये तक के ऑर्डर पर लागू है।

Grocery व Cleartrip पर लागू नहीं होगा शुल्क
बताते चलें की फ्लिपकार्ट द्वारा यह 3 रुपये का प्लेटफ़ॉर्म शुल्क फ्लिपकार्ट ग्रॉसरी और ट्रैवल पैरेंट कंपनी क्लियरट्रिप पर लागू नहीं होता है। हालांकि, यह शुल्क पहले से ही फ्लिपकार्ट के फैशन वर्टिकल Myntra और इसके क्विक कॉमर्स प्लेटफार्म Flipkart Minutes पर लागू है, जो 20 या 5 रुपये की थोड़ी अधिक फीस चार्ज करते हैं।
कंपनी का कहना है कि प्लेटफ़ॉर्म शुल्क सुचारू संचालन और निरंतर सुधार को बढ़ावा देता है। फ्लिपकार्ट अब ज़ोमैटो के ब्लिंकिट, स्विगी के इंस्टामार्ट और जीप जैसे फास्ट रिटेल स्टोर्स में शामिल हो गया है, जो 4 रुपये से लेकर 9.99 रुपये तक की प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते हैं।
क्या Amazon भी लेता है Platform fee?
अमेजन वर्तमान में प्लेटफ़ॉर्म के लिए कोई शुल्क नहीं लेता है, लेकिन इसके प्रतिद्वंद्वी फ्लिपकार्ट ने पहले ही इसकी शुरुआत कर दी है। जिसके बाद यदि अमेज़न ऐसा करता है, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। विशेष रूप से, स्थानीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म न केवल मुख्य रूप से किराने के सामान पर फोकस करते हैं, बल्कि विभिन्न उत्पाद श्रेणियों में भी विस्तार कर रहे हैं, जिसने Amazon और Flipkart जैसे मौजूदा प्लेयर्स के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं।
उदाहरण के लिए, ज़ोमैटो के स्वामित्व वाला ब्लिंकिट छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को केवल 10-15 मिनट में डिलीवर करता है। इन प्लेटफार्मों की तीव्र वृद्धि ने मौजूदा ई-कॉमर्स खिलाड़ियों को क्विक कॉमर्स सेगमेंट में प्रवेश करने के लिए काफी हद तक प्रेरित किया है।
