आजकल इंटरनेट पर रोज़ कुछ न कुछ वायरल होता है। इस बार चर्चा में भारतीय रेलवे के एक यात्रा टिकट परीक्षक (TTE) का वीडियो हैं। इस वीडियो में टीटीई ने बताया कि सीनियर सिटीजन्स को हमेशा लोअर बर्थ क्यों नहीं मिलती। इस सवाल पर टीटीई का जवाब अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

आइए जानते है क्यों-
कैसे काम करता है सीट बुकिंग एल्गोरिथ्म?
सीनियर सिटीजन्स को हमेशा निचली बर्थ क्यों नहीं मिलती? ये वीडियो इसे बहुत आसान शब्दों में समझाता है।
डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में बनाया गया यह वीडियो यात्रियों को बताता है कि सीनियर सिटीजन कोटे में सीटें कैसे दी जाती हैं। वीडियो में टीटीई सीधी बात करते हुए दिखाई देते हैं। वह कहते हैं, ‘हम ट्रेन संख्या 2424, डिब्रूगढ़ राजधानी में हैं।
इस टिकट पर चार वरिष्ठ नागरिकों को निचली बर्थ नहीं मिली। उन्हें बीच और ऊपर की बर्थ मिली। उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों हुआ।”
उन्होंने आगे बताया कि भारतीय रेलवे की बुकिंग सिस्टम वरिष्ठ नागरिकों को अकेले या किसी अन्य वरिष्ठ नागरिक के साथ यात्रा करने पर लोअर बर्थ पहले देती है।
लेकिन अगर बुकिंग में दो से ज़्यादा सीनियर केटेगरी के लोग हों, या सीनियर और नॉन सीनियर दोनों साथ हों, तो सिस्टम इसे जनरल बुकिंग मानता है। ऐसे में इससे निचली बर्थ मिलने की संभावना कम हो जाती है।
IRCTC ने स्पष्ट किए सीनियर सिटीजन कोटा के नियम
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को काफी लोग पसंद कर रहे हैं। इसे देखकर यात्रियों को नियम समझने में आसानी हो रही है।। साथ ही, भविष्य में बुकिंग टिकट बुक करने में मदद मिलेगी।
इससे पहले अगस्त में, IRCTC ने X (पहले ट्विटर) पर बताया कि लोअर बर्थ केवल 60 साल से ऊपर के पुरुष और 45 साल से ऊपर की महिलाओं को ही मिलती हैं। शर्त यह है कि वे अकेले यात्रा कर रहे हों या एक और सीनियर सिटीजन के साथ हों।
अगर टिकट में ज्यादा वरिष्ठजन हों या कोई नॉन-सीनियर पैसेंजर्स भी हो, तो लोअर बर्थ का नियम लागू नहीं होता।
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिक कोटा नियमों की नई गाइडलाइन जारी की
हाल ही में रेलवे ने सीनियर सिटीजन कोटे के अलॉटमेंट को लेकर अपडेटेड गाइडलाइन जारी की है। अगर लोअर बर्थ उपलब्ध हैं, तो उन्हें 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक और महिलाएं ऑटोमेटिकली प्राप्त कर सकेंगे। प्रत्येक कोच में रिजर्वेशन इस प्रकार है-
– स्लीपर क्लास (Sleeper Class)
6 से 7 लोअर बर्थ
– एसी 3-टियर (AC 2-tier)
4 से 5 लोअर बर्थ
– एसी 2-टियर (AC 3-tier)
3 से 4 लोअर बर्थ
सभी ज़ोन की ट्रेनों में फर्स्ट और सेकंड क्लास के जनरल डिब्बों में कम से कम 7 सीटें वरिष्ठ नागरिकों के लिए रिज़र्व रहेंगी। बुकिंग के समय पैसेंजर्स को ऐज सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं है। लेकिन यात्रा के दौरान वैलिड आईडी प्रूफ रखना आवश्यक है।
Summary:
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोअर बर्थ नियम साफ किए हैं। हाल ही में एक TTE का वीडियो वायरल हुआ। इसमें बताया गया कि सीनियर सिटीजन अकेले या एक और वरिष्ठजन के साथ लोअर बर्थ मिलती है। अगर ज्यादा वरिष्ठ या नॉन-सीनियर साथ हों, तो यह नियम लागू नहीं होता। नई गाइडलाइन के मुताबिक, 45 साल और उससे ऊपर की महिलाएं और सीनियर सिटीजन्स को अपने आप लोअर बर्थ मिल जाएगी।
