रिलायंस रिटेल ने हाल ही में अपने डिपार्टमेंट स्टोर फॉर्मेट को नये रूप में ढालने के लिए देशभर में सेंट्रो स्टोर्स को टेम्पररी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। एक पत्र में, कंपनी ने पार्टनर ब्रांड्स को माल के डिस्प्ले, स्टोरेज और सेल को रोकने का निर्देश दिया और उनसे अपनी इन्वेंट्री और फिक्स्चर वापस लेने के लिए भी कहा।

इस रीमॉडलिंग योजना के तहत, शॉप-इन-शॉप मॉडल के जरिए प्रमुख ब्रांड्स जैसे अज़ोर्ट, यूस्टा, गैप और सुपरड्राई को पहले प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, 450 लोकल और इंटरनेशनल ब्रांड्स को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है।
क्या है इन सेंट्रो स्टोर्स का बैकग्राउंड?
आपको बता दें की सितंबर 2022 में सेंट्रो स्टोर्स की शुरुआत हुई थी। यह वह समय है जब रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर ग्रुप के सेंट्रल स्टोर्स को नए रूप में बदलने का फैसला लिया था। इस बदलाव के बाद, सेंट्रो स्टोर्स अब दुबई की लाइफस्टाइल इंटरनेशनल और शॉपर्स स्टॉप जैसे प्रमुख डिपार्टमेंट स्टोर्स से कम्पटीशन करते हुए अपनी पहचान बना रहा है। ऐसे में यह नया फॉर्मेट भारतीय बाजार में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है।
रिटेल सेक्टर में मुख्य चैलेंज
कोरोना वायरस महामारी के बाद, जब उपभोक्ता खर्च में उछाल आया था, तो उम्मीद थी कि रिटेल मार्केट में लगातार वृद्धि जारी रहेगी। हालांकि, पिछले साल भारत के खुदरा बाजार की वृद्धि केवल 4% तक सीमित रह गई है। रिलायंस रिटेल, जो 18,946 स्टोरों के साथ विभिन्न सेक्टर्स में बिजनेस करता है, को जुलाई-सितंबर क्वार्टर में अपने क्लोथिंग और लाइफस्टाइल बिजनेस में 3.5% की रेवेन्यू गिरावट का सामना करना पड़ा।
कंपनी ने अपने रिटेल एक्सपेंशन की गति को काफी धीमा कर दिया है। इस फाइनेंसियल ईयर के फर्स्ट हाफ में, नए स्टोर खोलने के मुकाबले बंद होने वाले स्टोर्स की संख्या छह गुना अधिक रही है।
रिलायंस रिटेल के CFO, दिनेश तलुजा ने कंपनी की लॉन्ग टर्म वृद्धि पर भरोसा जताया, और बाजार में अपनी नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी में इन्वेस्टमेंट और बेहतर डिजाइन क्षमताओं का जिक्र किया। इसके साथ ही, रीमॉडेल्ड सेंट्रो स्टोर्स को रिलायंस रिटेल की व्यापक स्ट्रेटेजी से जोड़ा जाएगा, जिससे भारत के कॉम्पिटिटिव रिटेल मार्केट में उनकी स्थिति मजबूत हो सके।
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SUMMARY
रिलायंस रिटेल ने अपने सेंट्रो स्टोर्स को पुनर्निर्मित करने के लिए टेम्पररी रूप से बंद कर दिया है। कंपनी ने पार्टनर ब्रांड्स से इन्वेंट्री और फिक्स्चर वापस लेने को कहा है। इस रीमॉडेलिंग में शॉप-इन-शॉप मॉडल के जरिए प्रमुख ब्रांड्स को प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, 450 ब्रांड्स का भविष्य अनिश्चित है। CFO दिनेश तलुजा ने कंपनी की लॉन्ग टर्म वृद्धि और तकनीकी निवेश पर जोर दिया है।
