क्विक डिलीवरी की दौड़ में अब रिलायंस भी शामिल होने जा रहा है। कंपनी ने हाल ही में देशभर में 600 से ज्यादा डार्क स्टोर्स शुरू किए हैं। इन सभी स्टोर्स का फोकस 30 मिनट से कम समय में डिलीवरी करना है। इससे जियोमार्ट को हाइपर-लोकल डिलीवरी मार्केट में और मज़बूती मिलेगी। डार्क स्टोर्स को खास लोकेशन पर फुलफिलमेंट हब की तरह तैयार किया गया है। ये तेज़ डिलीवरी और ऑर्डर प्रोसेसिंग को बेहतर बनाते हैं।

बता दें की ये डार्क स्टोर्स को ऐसी जगहों पर बनाया गया है, जहां से डिलीवरी सबसे तेज़ हो सके। ऐसे में आने वाले समय में यही स्टोर्स हर ऑर्डर को कुछ ही समय में ग्राहक तक पहुचाएंगे।
Jiomart के ऑर्डर और कस्टमर बेस में ज़बरदस्त वृद्धि
रिलायंस रिटेल के CFO दिनेश तलुजा के मुताबिक, जियोमार्ट ने हर क्वार्टर में 42% की ग्रोथ दर्ज की है। वही सितंबर क्वार्टर में प्लेटफॉर्म से 58 लाख नए यूजर्स जुड़े है। यूज़र एक्विजिशन में 120% की बढ़त देखने को मिली। जियोमार्ट अब 5,000 पिन कोड में काम कर रहा है। 1,000 से ज्यादा शहरों में इसके 3,000 स्टोर्स एक्टिव हैं। ऐसे में इसका नेटवर्क अब देश के सबसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में शामिल हो गया है।
अब सिर्फ किराना नहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स भी पहुंचेंगे 30 मिनट में
बताते चलें कि शुरुआत में जियोमार्ट सिर्फ किराना डिलीवरी पर फोकस कर रहा था। लेकिन अब कंपनी 10 शहरों में इलेक्ट्रॉनिक्स और एक्सेसरीज़ की भी क्विक डिलीवरी कर रही है। उम्मीद है कि ये प्रोडक्ट्स 30 मिनट के अंदर कस्टमर्स के घर पहुंचेंगे। इस नए कदम से रिलायंस रिटेल अब ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिगबास्केट जैसे क्विक कॉमर्स प्लेयर्स को सीधी टक्कर देने के लिए तैयार है।
फास्ट डिलीवरी में डार्क स्टोर्स की बड़ी भूमिका
रिलायंस की नई स्ट्रेटेजी की बात कि जाए तो कंपनी अपने रिटेल नेटवर्क को फास्ट डिलीवरी सिस्टम से जोड़ रही है। देशभर में 77.8 मिलियन स्क्वायर फ़ीट में फैले लगभग 19,800 स्टोर, अब डार्क स्टोर बन गए हैं। ये खासतौर पर उन जगहों पर हैं, जहां डिमांड ज्यादा है। या जहां बाकी स्टोर जल्दी डिलीवरी नहीं कर पाते है। ऐसे में यह हाइब्रिड मॉडल जियोमार्ट को तीन किलोमीटर के अंदर ऑर्डर को जल्दी और सही समय पर पहुंचाने में मदद करता है।
रिलायंस रिटेल की शानदार फाइनेंशियल रिपोर्ट
बता दें कि सितंबर क्वार्टर में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) ने शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी का ग्रॉस रेवेन्यू 18% बढ़कर ₹90,018 करोड़ पर पहुंच गया। वहीं, नेट प्रॉफिट 21.9% बढ़कर ₹3,457 करोड़ रहा। फिर FY 2024-25 में कंपनी ने ₹3.30 लाख करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया। यह दिखाता है कि रिलायंस रिटेल कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
क्विक डिलीवरी में जियोमार्ट का बढ़ता दबदबा
भारत में क्विक कॉमर्स तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस नए रिटेल सेक्टर में जियोमार्ट की ताकत उसके डार्क स्टोर्स, स्टोर्स और डिलीवरी नेटवर्क से है। यह कॉम्बिनेशन क्विक कॉमर्स में रिलायंस की यूएसपी साबित हो सकता है। जियोमार्ट अब नई कैटेगरी में विस्तार करने की तैयारी कर रहा है।
ऐसे में आने वाले समय में यह देश सबसे तेज़ बढ़ने वाला हाइपर-लोकल डिलीवरी प्लेटफॉर्म बन सकता है।
Summary:
रिलायंस रिटेल ने क्विक कॉमर्स में मजबूत पकड़ बनाई है। कंपनी ने देशभर में 600 से ज्यादा डार्क स्टोर्स खोले हैं। जियोमार्ट ने हर क्वाटर में 42% की ग्रोथ दर्ज की है। यह नेटवर्क 1,000 से ज्यादा शहरों में एक्टिव है। किराने के साथ अब इलेक्ट्रॉनिक्स की भी तेजी से डिलीवरी शुरू हो गई है। इस कदम से जियोमार्ट ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट को सीधे कम्पीट करने को तैयार है।
