क्विक कॉमर्स, यानी जल्दी डिलीवरी वाले ऑनलाइन शॉपिंग मॉडल, भारत के किराना स्टोर्स पर बड़ा असर डाल रहे हैं। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, सर्विसेज की वजह से किराना स्टोर्स की सेल्स में 50% की कमी आई है। इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में कहा गया है कि फास्ट-कॉमर्स मार्केटप्लेस में किराना बिक्री 2024 तक लगभग 1.28 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो इन प्लेटफार्मों पर कुल बिक्री का 21 प्रतिशत है।

क्विक कॉमर्स का प्रभाव
क्विक कॉमर्स गति और सुविधा पर केंद्रित है और उपभोक्ता किराने की ऑन-डिमांड किराना खरीदारी की जरूरतों के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह ऑनलाइन किराना खरीदारी की लोकप्रियता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 75 प्रतिशत ऑनलाइन किराना दुकानदारों ने पिछले छह महीनों में अपनी अनप्लांड खरीदारी में वृद्धि की है, जिनमें से अधिकांश ने प्रति ऑर्डर 400 रुपये से अधिक खर्च किया है।
इस अध्ययन से यह भी सामने आया है कि ट्रेडिशनल स्टोर के मुकाबले औसत ऑर्डर मूल्य अधिक होने के कारण, उपभोक्ता क्विक कॉमर्स प्लेटफार्मों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इन प्लेटफार्मों का आकर्षण उनके द्वारा दी जाने वाली ;तेज सर्विस और सुविधाएं है, जो ट्रेडिशनल स्टोर्स पर फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
साथ ही रिपोर्ट बताती है कि क्विक कॉमर्स ने इंटरमीडिएटर को बाहर निकालकर कम कीमतों पर सामान उपलब्ध करवाया है। हालांकि, ट्रेडिशनल किराना स्टोर्स को पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है, जो अब मार्केट में अपनी जगह बनाए रखने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 82 प्रतिशत से अधिक कंस्यूमर्स ने अपने किराना खर्च का कम से कम एक चौथाई हिस्सा किराना दुकानों से हटाकर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर किया हैं।
क्विक कॉमर्स का भविष्य और विस्तार
क्विक कॉमर्स के 2024 में 74% बढ़ने का अनुमान है, जिससे यह 2023 से 2028 तक सबसे तेजी से बढ़ने वाला चैनल बन जाएगा, जो भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। शुरुआत में, इन प्लेटफार्मों ने केवल किराने का सामान और आवश्यक वस्तुएं डिलीवर करना शुरू किया था, लेकिन अब इनकी रेंज में इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, कॉस्मेटिक्स, घरेलू सामान, मेडिसिन, पेट सप्लाई, किताबें और स्पोर्टिंग इक्विपमेंट जैसे प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 75% ऑनलाइन शॉपर्स ने पिछले छह महीनों में अनप्लांड खरीदारी में वृद्धि महसूस की है और इस बदलाव का मुख्य कारण है क्विक कॉमर्स प्लेटफार्मों के जरिए 10 मिनट के भीतर सामान की डिलीवरी। यह अध्ययन अक्टूबर 2024 में भारत के 10 प्रमुख शहरों में 3,000 एडल्ट्स का सर्वेक्षण करने के बाद किया गया था, जिसमें इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, किराना स्टोर मालिकों और अन्य बाजार से जुड़े लोगों के साथ इंटरव्यू भी शामिल थे। इसके परिणामस्वरूप, यह पाया गया कि क्विक कॉमर्स के विस्तार में भी तेज़ी से वृद्धि हो रही है, जो आने वाले समय के लिए सकारात्मक संकेत है।
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SUMMARY
क्विक कॉमर्स, यानी जल्दी डिलीवरी वाले ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म, भारत के किराना स्टोर्स पर गहरा असर डाल रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन प्लेटफार्मों की वजह से किराना स्टोर्स की बिक्री में 50% की कमी आई है। साल 2024 तक, क्विक कॉमर्स की बिक्री 1.28 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही, उपभोक्ता क्विक कॉमर्स की तेज़ सेवा और बेहतर सुविधा के कारण ट्रेडिशनल स्टोर्स के मुकाबले इन प्लेटफार्मों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
