महाराष्ट्र के परिवहन में एक नया आयाम जोड़ने के लिए पुणे रिंग रोड परियोजना (Pune Ring Road Project) तैयार और लॉन्च की गई है। 40,000 करोड़ रुपये के भारी बजट के साथ, यह परियोजना 170 किलोमीटर तक फैलेगी, जिससे पुणे की कनेक्टिविटी में सुधार होगा, साथ ही यातायात की समस्याएं भी कम होंगी। यह प्रोजेक्ट न केवल शहर के आगे विकास में योगदान देगा, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा।

पुणे रिंग रोड परियोजना का भव्य शुभारंभ
पुणे रिंग रोड प्रोजेक्ट ने फॉर्मल ओपनिंग कर दी है, और इसका पहला फेज वाडेबोलाई गांव के पास केसनंद में शुरू हुआ है। आपको बता दें की सोलापुर हाईवे को पुणे-नगर रोड से जोड़ने वाले 24.5 किलोमीटर के हिस्से का यह कॉन्ट्रक्ट रोडवे सॉल्यूशन इंडिया इंफ्रा लिमिटेड को मिला है।
सोमवार को पारंपरिक पूजा के साथ इस परियोजना का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें स्थानीय नेता और प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए। इस बारे में जानकारी देते हुए एक ट्वीट में कहा गया, “पुणे आउटर रिंग रोड पर काम शुरू हो गया है। रोडवे सॉल्यूशन इंडिया इंफ्रा लिमिटेड ने 24.5 किलोमीटर के पैकेज E4 पर काम शुरू किया है।” इस परियोजना का आधिकारिक शिलान्यास इस महीने के अंत में नई राज्य सरकार के शपथ ग्रहण के बाद किया जाएगा।
100 से अधिक मशीनों से तेज़ होगा विकास
पुणे रिंग रोड के पहले चरण पर काम तेज़ी से चल रहा है और इसके विकास के लिए 100 से अधिक उत्खनन मशीनें और अन्य भारी इक्विपमेंट भेजे गए हैं। रोडवे सॉल्यूशन इंडिया इंफ्रा लिमिटेड के डायरेक्टर बीके सिंह ने कहा कि यह प्रोजेक्ट पुणे के बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
इतना ही नहीं, प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी साझा करते हुए उन्होंने आगे कहा कि हाई क्वालिटी स्टैंडर्ड्स के साथ इस फेज को समय पर पूरा करने के लिए उनकी टीम पूरी तरह से तैयार है। अक्टूबर में, महाराष्ट्र सरकार ने ₹20,375.21 करोड़ की रिवाइज्ड कॉस्ट को मंजूरी दी है। जिसके चलते इस प्रोजेक्ट की कीमत ₹42,711.03 करोड़ हो गई है। हालांकि, पूर्वी चरण की लागत ₹19,932.98 करोड़ होगी और यह 72.335 किमी लंबा होगा, जो उर्स (मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे) से सोरतापवाड़ी (पुणे-सोलापुर रोड) तक फैला होगा।
पुणे के ट्रैफिक में होगा सुधार
पुणे रिंग रोड के वेस्टर्न सेक्शन की मरम्मत की लागत 22,778.05 करोड़ थी। इसमें उर्स (मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे) को वर्वे बुद्रुक (सतारा रोड) से जोड़ने का निर्माण कार्य शामिल है। हालांकि पश्चिमी चरण की शुरुआती लागत 12,176 करोड़ थी, जिसे बाद में इस कॉस्ट को बढ़ा दिया गया। इस रिंग रोड की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए, बीके सिंह ने कहा कि यह पुणे के शहरी परिदृश्य को बदलने में मदद करेगा। इस प्रोजेक्ट का आधिकारिक शिलान्यास समारोह 5 दिसंबर, 2024 के बाद होने की उम्मीद है।
बताते चलें की इस परियोजना में आठ सुरंगें, तीन छोटे पुल, दो बड़े पुल और बांध के बैकवाटर पर आधा किलोमीटर का पुल शामिल हैं। रिंग रोड के बनने से बड़े ट्रकों के मार्ग बदलेंगे, और यह पुणे में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगा। इतना ही नहीं, रिंग रोड के माध्यम से 83 समुदायों को जोड़ा जाएगा, जिससे लोकल कनेक्टिविटी और भी बेहतर होगी।
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SUMMARY
पुणे रिंग रोड परियोजना, 40,000 करोड़ रुपये के बजट से 170 किलोमीटर तक फैलेगी, जिससे पुणे की कनेक्टिविटी और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। इस परियोजना का पहला चरण वाडेबोलाई गांव में शुरू हो चुका है, और इसके लिए 100 से अधिक भारी मशीन भेजी गई हैं। रिंग रोड के निर्माण से 83 इलाकों को जोड़ने और पुणे के शहरी परिदृश्य को बदलने में मदद मिलेगी।
