पुणे, पिंपरी चिंचवाड़ और बारामती के राइड-हेलिंग ऐप यूज़र्स के लिए एक अहम बदलाव होने जा रहा है। दरअसल ओला, उबर और रैपिडो जैसे प्लेटफॉर्म को अब 1 मई से ऑटोरिक्शा की तरह ही गवर्नमेंट एप्रूव्ड फेयर स्ट्रक्चर का पालन करना होगा। यह फैसला हाल ही में लोकल कैब ड्राइवरों के साथ हुई मीटिंग के दौरान लिया गया, जिसकी पुष्टि इंडियन गिग वर्कर्स फ्रंट के अध्यक्ष केशव क्षीरसागर ने की है।

जानिए क्या है नया फेयर स्ट्रक्चर?
इस निर्णय के तहत अब ऐप से बुक की जाने वाली कैब के लिए मीटर बेस्ड किराया लागू होगा। ऐसे में सभी कंपनियों को इस निर्धारित रेट का पालन करना होगा। यह स्ट्रक्चर इस प्रकार से है-
- पहले 1.5 किलोमीटर के लिए किराया होगा ₹37
- उसके बाद हर एक अतिरिक्त किलोमीटर पर ₹25 का शुल्क लगेगा।
उदाहरण के लिए, यदि आप 10 KM ट्रेवल करते हैं, तो आपका कुल किराया होगा-
₹37 + (8.5 किमी × ₹25) = ₹249.50
बता दें की यह नया किराया मौजूदा एवरेज नॉन सर्ज रेट (₹175) की तुलना में काफी अधिक है।
नई फेयर पॉलिसी: क्या होगा यात्रियों पर असर?
यहां कुछ उदाहरण हैं, जिनसे आप समझ सकते हैं कि नया फेयर सिस्टम कैसे काम करता है-
घोले रोड से सालुंके विहार (10 KM):
वर्तमान रेट : ₹219 ( (UberGo, 19 अप्रैल, रात 9 बजे)
1 मई से: ₹249.50
वाकड से पुणे एयरपोर्ट (10 KM):
वर्तमान रेट: ₹370
1 मई से: ₹37 + (18.5 × ₹25) = ₹499.50
इन बदलावों से सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो डेली ट्रैवल करते हैं या फिर एयरपोर्ट के लिए कैब बुक करते हैं।
विवादों से बचने के लिए नया पोर्टल होगा लाइव
किराया विवादों से बचने और बेहतर कम्युनिकेशन के लिए अब एक नया पोर्टल www.onlymeter.in लॉन्च किया जाएगा। इस पोर्टल के फीचर्स में शामिल है-
- हर कैब में मिलेगा एक क्यूआर कोड।
- राइड ख़त्म होने के बाद पैसेंजर्स आसानी से डिस्टेंस और किलोमीटर चेक कर सकेंगे।
- मीटर रेट्स के अनुसार तुरंत सही फेयर कैलकुलेट किया जा सकेगा।
इस डिजिटल फेयर कैलकुलेटर का मुख्य उद्देश्य ड्राइवर और राइडर्स के बीच विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाना है।
नई फेयर पॉलिसी लागू करने से पहले अवेयरनेस प्रोग्राम
केशव क्षीरसागर ने आगे बताया कि यात्रियों को नए किराए के बारे में सूचित करने के लिए एक पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाया जाएगा। इस फैसले से जहां एक ओर ड्राइवरों को लाभ मिलने की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर सस्ते किराए ऐप यूज करने वाले यात्रियों को इससे परेशानी हो सकती है। पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में ओला, उबर और रैपिडो के तहत 45,000 से ज्यादा कैब चल रही हैं, ऐसे में इस बदलाव का शहर की यातायात व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने वाला है।
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SUMMARY
1 मई से पुणे में ओला, उबर और रैपिडो का किराया 45% तक बढ़ने वाला है। नए फेयर स्ट्रक्चर के तहत मीटर बेस्ड किराया लागू होगा। 1.5 किमी के लिए ₹37 और प्रत्येक अतिरिक्त किमी पर ₹25 शुल्क लिया जाएगा। इस बदलाव से रोजाना कैब या टैक्सी से ट्रेवल करने वाले पैसेंजर्स पर खास असर पड़ेगा। वही कैब ड्राइवर्स को फायदा हो सकता है। राइडर्स और ड्राइवर्स के बीच ट्रांसपेरेंसी बनाएं रखने के लिए एक नया पोर्टल भी लॉन्च किया जाएगा।
