पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बन रही सुरंग का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है। इसे ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है। हालांकि, टाइगर वैली के पास बन रहा केबल-स्टेड ब्रिज अब भी अधूरा है। इस वजह से एक्सप्रेसवे का पूरा उद्घाटन प्रोजेक्ट शेड्यूल से करीब पाँच महीने पीछे चल रहा है। प्रोजेक्ट के अगले फेज पर तेज़ी से काम जारी है।

13 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा
पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। इस प्रोजेक्ट के तहत 13 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि, पूरे प्रोजेक्ट का काम अभी खत्म नहीं हुआ है।
फिलहाल कुछ अहम हिस्सों पर काम बाकी है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती है 132 फीट ऊंचे पुल का निर्माण, जो अब भी अधूरा है। पुल का सुपरस्ट्रक्चर तैयार हो चुका है। हालांकि यहां भी सपोर्ट केबल्स की इंस्टॉलेशन बाकी है।
इसके अलावा घाटी क्षेत्र में तेज हवाएं, भारी बारिश और लगातार बदलते मौसम ने निर्माण कार्य को काफी प्रभावित किया है। इसकी वजह से काम की रफ्तार धीमी पड़ी है।
पहले यह प्रोजेक्ट 25 अगस्त 2025 तक पूरा होना था। लेकिन इन सभी रुकावटों के चलते नई डेडलाइन 25 नवंबर 2025 तय की गई है।
‘मिसिंग लिंक’ से पुणे-मुंबई सफर होगा तेज़ और सुरक्षित
पुणे और मुंबई के बीच सफर अब पहले से तेज़ और सुरक्षित होने जा रहा है। जैसे ही ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट पूरा होगा, यात्रा का समय लगभग 25 मिनट कम हो जाएगा। यह नया लिंक घाट सेक्शन के खतरनाक मोड़ों को हटाकर ड्राइव को आसान बनाएगा। इससे हाईवे पर सफर जल्दी पूरा होगा और रास्ता भी पहले से ज़्यादा सुरक्षित रहेगा।
प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य मौजूदा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव घटाना है। MSRDC अधिकारियों ने बताया कि सुरंग का काम पूरा हो चुका है। हालांकि, खराब मौसम के कारण पुल का काम अभी बाकी है।
इस पूरी परियोजना पर करीब ₹6,695 करोड़ खर्च होने की संभावना है। सरकार को उम्मीद है कि इस नई मोटरवे से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी सुधरेगी और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।
दो हिस्सों में बंटा प्रोजेक्ट ‘मिसिंग लिंक’
पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बन रहा ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट दो पैकेजों में बांटा गया है-
पैकेज-I में दो आठ-लेन सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें एक सुरंग 1.75 किमी और दूसरी 8.92 किमी लंबी है।
पैकेज-II में दो वायडक्ट (ऊंचे पुल) शामिल हैं। इनकी लंबाई लगभग 790 मीटर और 650 मीटर बताई जा रही है।
बता दें की इस प्रोजेक्ट को पहले ही मंजूरी मिल गई थी। इसके बाद MSRDC ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की। रिपोर्ट की जांच के लिए एक टेक्निकल एडवाइजरी कमिटी भी गठित की गई। जिसके बाद निर्माण कार्य की शुरुआत हुई।
Summary
पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे के ‘मिसिंग लिंक’ प्रोजेक्ट में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। 13 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण पूरा हो गया है। इसके शुरू होते ही दोनों शहरों के बीच सफर करीब 25 मिनट तक कम हो जाएगा। जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, केबल-स्टेड ब्रिज अब भी अधूरा है। खराब मौसम के चलते प्रोजेक्ट में देरी हुई है। नई डेडलाइन नवंबर 2025 तय की गई है। प्रोजेक्ट दो हिस्सों में बांटा गया है और काम तेजी से जारी है।
