भारत की डिजिटल पेमेंट सिस्टम में अब एक नया बदलाव किया गया है। अब NRIs को यूपीआई इस्तेमाल करने के लिए भारतीय सिम कार्ड की जरूरत नहीं होगी। वे अपने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबर से ही भारत में यूपीआई ट्रांजैक्शन (NRIs Can Use UPI) कर सकेंगे। यह सुविधा डिजिटल पेमेंट को आसान और सहज बनाएगी।

NRI अब बिना सिम कार्ड कर सकेंगे UPI ट्रांजैक्शन
बता दें कि NRI अब Google Pay और PhonePe जैसे UPI ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। वे स्थानीय लोगों की तरह पैसे भेज सकते हैं, किराया दे सकते हैं यहां तक की बिल भी चुका सकते हैं। जनवरी 2023 में RBI ने NRE और NRO खाताधारकों को अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबर से यूपीआई एक्सेस की अनुमति दी। इससे NRI के लिए डिजिटल भुगतान आसान हो गया है।
IDFC फ़र्स्ट बैंक यह सर्विस लॉन्च करने वाले पहले बैंकों में से था। 25 जून 2025 को एक प्रेस रिलीज़ में बताया गया कि बैंक अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर समेत 12 देश UPI लिंकिंग सपोर्ट करता है।
NRE/NRO खाताधारकों के लिए UPI का नया फीचर
अब एनआरआई भी Google Pay और PhonePe जैसे यूपीआई ऐप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए उनके पास NRE या NRO होना जरूरी है। साथ ही, उन्हें उस देश का मोबाइल नंबर चाहिए जो इस सुविधा का हिस्सा है। उदाहरण के लिए, अमेरिका का +1, यूएई का +971 नंबर आदि।
फिलहाल यह सुविधा अमेरिका, UK, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर, हांगकांग, कतर, मलेशिया, सऊदी अरब, फ्रांस, ओमान और यूएई में रहने वाले लोगों के लिए उपलब्ध है। आने वाले समय में इसमें और देशों को भी शामिल किया जा सकता है।
इन ऐप्स पर मिल रही है UPI सुविधा
वर्तमान में कुछ चुनिंदा ऐप्स ही अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों के साथ UPI रेजिस्ट्रेशन की सुविधा दे रहे हैं। इनमें शामिल हैं-
फोन पे
(PhonePe)
गूगल पे
(Google Pay – India Version)
भीम
(BHIM)
पेटीएम (Paytm)
कुछ चुनिंदा बैंकों के लिए उपलब्ध
अमेज़न पे
(Amazon Pay)
अब अंतरराष्ट्रीय नंबर से भी कर सकेंगे UPI का इस्तेमाल
यदि आप भी एक NRI हैं और UPI सेटअप करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें-
- किसी UPI-सक्षम भारतीय बैंक (जैसे, IDFC First) में NRE या NRO खाता खोलें।
- बैंक के साथ अपना अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल नंबर रजिस्टर करें।
- PhonePe, Google Pay (India), BHIM, या Paytm जैसे UPI ऐप डाउनलोड करें।
- OTP या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के माध्यम से अपने अंतर्राष्ट्रीय नंबर का उपयोग करके UPI रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
- क्यूआर कोड, बिल भुगतान या मनी ट्रांसफर के ज़रिए भारत में पेमेंट शुरू करें।
देखा जाए तो यह बदलाव NRIs के लिए काफी राहत लेकर आया है। पहले डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल मैनेजमेंट में कई तकनीकी अड़चनें सामने आती थीं। लेकिन अब चीजें आसान हो गई हैं। अब वे भारत में रहते हुए या विदेश से भी अपने पैसों का बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं। NRIअकाउंट पूरी तरह टैक्स फ्री होते हैं।
वहीं एनआरओ अकाउंट भारत में टैक्स के दायरे में आते हैं। ऐसे में इससे मिलने वाली इनकम पर TDS लागू होता है। ज्यादा टैक्स से बचने के लिए पैन कार्ड को धारा 206AA के तहत लिंक करना ज़रूरी है।
