भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए 'नो-टेस्ट, नो-कोटा' वर्क वीज़ा का मौका, जानें सभी डिटेल्स!


Bhawna Mishra

Bhawna Mishra

Dec 16, 2025


रूस अगले साल इमिग्रेशन पॉलिसी में एक महत्वपूर्ण सुधार शुरू करने जा रहा है। यह प्रोग्राम भारत के स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए फायदेमंद हो सकता है। अप्रैल से, मॉस्को एक नया स्किल वीज़ा प्रोग्राम लॉन्च करेगा। इसका उद्देश्य क्वालिफाइड विदेशी वर्कर्स को आकर्षित करना है। साथ ही, यह विदेशियों को लंबे समय तक रूस में रहने का अवसर देगा। यह कदम भारत-रूस मोबिलिटी और रोजगार सहयोग को मजबूत करेगा।

भारत दौरे से पहले पुतिन ने स्किल वीज़ा योजना को दी मंज़ूरी 

भारत दौरे से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्किल वीज़ा योजना को मंज़ूरी दे दी। उन्होंने इससे जुड़े आर्डर पर साइन किए। यह फैसला हाल ही में भारत में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद लिया गया। यह योजना भारत और रूस के बीच हुए एग्रीमेंट के अनुसार है। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच काम से जुड़ा सहयोग बढ़ाना है। 

भारत को इसमें एक भरोसेमंद साझेदार माना गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस कदम से रूस के अहम सेक्टर्स में स्किल्ड वर्कर्स की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।

स्किल्ड वर्कर्स के लिए राहत

बता दें कि नई स्किल वीज़ा योजना में कई पुरानी शर्तें हटा दी गई हैं। इसके तहत, योग्य विदेशी प्रोफेशनल्स को रूसी भाषा की परीक्षा नहीं देनी होगी। इतना ही नहीं, उन्हें किसी तरह के इमिग्रेशन कोटा में भी शामिल नहीं होना पड़ेगा।

यह वीज़ा कई क्षेत्रों के लिए खुला है। इनमें मुख्य रूप से साइंस, इकोनॉमी, इंडस्ट्री, शिक्षा, संस्कृति, बिज़नेस और खेल जैसे सेक्टर्स शामिल हैं। उम्मीद है कि यह कदम भारतीय इंजीनियर, रिसर्चर्स, शिक्षकों और बिज़नेस एक्सपर्ट्स को आकर्षित करेगा।

तीन साल की रेजिडेंसी और PR का मौका

नए नियमों के तहत, सफल एप्लीकेंट्स को तीन साल की टेम्पररी रेजिडेंसी मिलेगी। जो प्रोफेशनल तय किए गए प्रायोरिटी सेक्टर में काम करते हैं, वे सीधे परमानेंट रेजिडेंसी (PR) के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह प्रोग्राम उन लोगों के लिए फायदेमंद है। जो लंबे समय तक रूस में रहना चाहते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह सिस्टम कई देशों के शॉर्ट-टर्म वर्क वीज़ा की तुलना में ज्यादा स्टेबिलिटी देता है।

दो-स्टेप एप्लीकेशन कैसे काम करेगा?

बताते चलें कि स्किल वीज़ा के लिए दो-स्टेज एप्लीकेशन प्रोसेस है। पहले स्टेप में उम्मीदवार तय की गई एजेंसी में अप्लाई करते ऑफिसर्स को रेजिडेंसी एप्लीकेशन जमा करते हैं। एजेंसी द्वारा दिया गया यह अप्रूवल एक साल के लिए वैलिड रहता है। इस दौरान आवेदक को सभी इमिग्रेशन फॉरमालिटीज पूरी करनी होती हैं।

यह एप्लीकेशन घर बैठे ऑनलाइन जमा किया जा सकता हैं। इनिशियल अप्प्रूवल के बाद, आवेदकों और उनके परिवारों को एक साल का बिज़नेस वीज़ा मिलता है। 

इस वीज़ा के जरिए वे रूस जाकर रेजिडेंसी पेपरवर्क पूरे कर सकते हैं।

रेजिडेंसी के दौरान काम करने की अनुमति

इस बीच वीजा के लिए अप्लाई करने वाले आवेदक रूस में तुरंत काम शुरू कर सकते हैं। रेजिडेंसी आवेदन प्रोसेस में हो, तो भी कोई रोक नहीं है। इतना ही नहीं, किसी अलग वर्क परमिट की जरूरत नहीं है। इससे काम शुरू करने में देरी और झंझट दोनों कम हो जाते हैं। 

अधिकारियों के मुताबिक, ज़्यादातर आवेदन 30 दिनों के अंदर निपट जाएंगे। ऐसे में यह प्रोग्राम भारतीय स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए तेज़, आसान और आकर्षक ऑप्शन बन जाता है।

Summary:

रूस अगले साल भारत के स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए नया ‘नो-टेस्ट, नो-कोटा’ स्किल वीज़ा लॉन्च करने जा रहा है। इसके तहत योग्य आवेदक तीन साल की टेम्पररी रेजिडेंसी और सीधे PR का अवसर पा सकते हैं। आवेदन ऑनलाइन दो स्टेप में होगा। इस दौरान, वे तुरंत काम शुरू कर सकते हैं। यह प्रोग्राम भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए एक बेहद सरल और फायदेमंद ऑप्शन साबित होगा।


Bhawna Mishra
Bhawna Mishra
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She is a seasoned writer with a passion for Storytelling and a keen interest in diverse topics. With 2.5 years of experience, she excels in writing about Tech, Sports, Entertainment, and various Niche topics. Bhawna holds a Postgraduate Degree in Journalism and Mass Communication from St Wilfred’s College of Jaipur.

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