मारुति सुजुकी ने अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहन ई-विटारा के प्रोडक्शन टारगेट में बड़ी कटौती की है। इसका मुख्य कारण रेयर अर्थ मटेरियल्स की कमी है। एक डॉक्यूमेंट के अनुसार, कंपनी ने अपने लक्ष्य में दो-तिहाई तक की कटौती की है। यह फैसला चीन द्वारा एक्सपोर्ट पर लगाए गए नए रेस्ट्रिक्शन के बाद लिया गया है। ऐसे में यह स्थिति ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में उभरती चुनौतियों की ओर इशारा करता है।

सप्लाई क्राइसिस के चलते EV प्रोडक्शन में कमी
मारुति सुजुकी ने सोमवार को बताया कि उसने अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहन ई-विटारा के प्रोडक्शन में कटौती की है।कंपनी अब अप्रैल-सितंबर 2025 के बीच केवल 8,200 यूनिट्स बनाने की योजना बना रही है। यह टारगेट पहले के अनुमान से काफी कम है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने पहले 26,500 यूनिट्स बनाने का लक्ष्य था।
मारुति सुजुकी ने बताया कि उनके EV प्रोडक्शन में रेयर अर्थ मटेरियल्स की कमी आ रही है। ये मटेरियल्स हाई-टेक प्रोडक्ट्स, जैसे मैग्नेट और अन्य कंपोनेंट्स के लिए जरूरी हैं। हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा कि मार्च 2026 तक वह 67,000 EV बनाने का अपना लक्ष्य पूरा करेगी।
कैसे हुआ ये बदलाव?
बताते चलें की चीन ने कुछ मटेरियल्स के एक्सपोर्ट पर कर्ब लगा दिए हैं। ऐसे में वैश्विक ऑटो इंडस्ट्री को संकट का सामना करना पड़ रहा है। कंपनियां अब सप्लाई चैन के नए सॉल्यूशंस ढूंढ रही हैं। वहीं, अमेरिका, यूरोप और जापान की कंपनियां बीजिंग से लाइसेंस लेकर सप्लाई प्रोसेस को आसान बना रही हैं।
भारत में ई-विटारा की लॉन्च अब चीन से मंजूरी मिलने पर निर्भर है। इस कार का लॉन्च जनवरी में भारत के कार शो में हुआ था। यह कदम मारुति के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) अभियान के लिए अहम माना जा रहा है।
मारुति-सुजुकी की मुश्किलें बढ़ीं
देखा जाए तो यह संकट सुजुकी मोटर को भी प्रभावित कर सकता है। भारत, सुजुकी के लिए रेवेन्यू का सबसे बड़ा मार्केट है। साथ ही, भारत ईवी के लिए एक वैश्विक उत्पादन केंद्र है। सुजुकी का प्लान है कि मेड-इन-इंडिया ई-विटारस को 2025 समर सीजन में यूरोप और जापान के मार्केट में भेजा जाएगा।
हालांकि, मारुति ने पिछले सप्ताह कहा था कि मैटेरियल्स की कमी का ई-विटारा की लॉन्च टाइमलाइन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वही कंपनी के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने बताया कि “इस समय कोई असर नहीं था।”
फिलहाल, मारुति और सुजुकी ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। वहीं, भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में मारुति के शेयर में भी 1.4% की गिरावट देखी गई।
Summary
मारुति सुजुकी ने ई-विटारा EV का प्रोडक्शन टारगेट को कम कर दिया है। पहले लक्ष्य 26,500 यूनिट्स था, हालांकि अब यह सिर्फ 8,200 रह गया है। इसकी वजह रेयर अर्थ मटेरियल्स की कमी है। चीन द्वारा कुछ मटेरियल्स के एक्सपोर्ट पर रोक लगाने से सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। कंपनी का कहना है कि वह 2026 तक 67,000 यूनिट्स का लक्ष्य बरकरार रखेगी। भारत से यूरोप और जापान को एक्सपोर्ट की तैयारी चल रही है। फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
