इंफोसिस के एक नए इनिशिएटिव के तहत एक नया रेफरल प्रोग्राम शुरू किया गया है। इसका प्रोग्राम का नाम है ‘रीस्टार्ट विद इंफोसिस’। दरअसल इस इनिशिएटिव का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को रिक्रूट करना है, जो करियर ब्रेक के बाद फिर से नौकरी करना चाहती हैं। कंपनी ने हाल ही में इस संबंध में एक इंटरनल ईमेल जारी किया है। इसके अनुसार, ऐसे फीमेल कैंडिडेट्स को रेफर करने पर कर्मचारियों को 50,000 रुपये तक का बोनस मिल सकता है।

आइए समझते है क्या है ये रेफरल प्रोग्राम और इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अपडेट्स-
इंफोसिस ने शुरू किया ‘Restart with Infosys’ प्रोग्राम
इंफोसिस ने करियर ब्रेक के बाद काम पर लौट रही महिलाओं के लिए एक नया प्रोग्राम लॉन्च किया है। इस प्रोग्राम में वही महिलाएं अप्लाई कर सकती हैं, जिनके पास कम से कम दो साल का वर्क एक्सपीरियंस है। साथ ही, उनका करियर ब्रेक छह महीने या उससे ज्यादा का होना चाहिए। यह प्रोग्राम कई जॉब्स के लिए एप्लीकेबल है। इनमें डेवलपर, टेक लीड और टेक्निकल मैनेजर जैसे जॉब पोस्ट शामिल हैं।
करियर रीस्टार्ट के लिए Infosys की पहल
कंपनी ने एक ईमेल में कहा कि यह पहल वीमन प्रोफेशनल्स को आत्मविश्वास और जरूरी स्किल्स फिर से हासिल करने में मदद करेगी। इसके तहत मेंटरशिप और स्किल डेवेलपमेंट का सपोर्ट भी दिया जाएगा। सबसे खास बात ये है कि इंफोसिस (Infosys) रेफर करने वाले कर्मचारियों को इनाम भी देगी। यह अवार्ड जॉब लेवल के हिसाब से तय किया गया है, जैसे-
JL3 – ₹10,000
JL4 – ₹25,000
JL5 – ₹35,000
JL6 – ₹50,000
बता दें की ये यह प्रोग्राम इंफोसिस के ESG Vision 2030 का हिस्सा है। इसके तहत 2030 तक कंपनी के वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी 45% तक बढ़ाई जाए।
क्या कहती है इंफोसिस की ESG रिपोर्ट?
हाल ही सामने आई इंफोसिस की ESG रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के 3,23,000 एम्प्लॉयीज में 39% महिलाएं हैं। ऐसे में वर्कफोर्स में फीमेल कंट्रीब्यूशन को और बढ़ाने के लिए कंपनी ने ‘रीस्टार्ट विद इंफोसिस’ पहल शुरू की थी। इंफोसिस के चीफ़ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) शाजी मैथ्यू ने बताया कि इस पहल की मदद से FY 2024-25 में मिड-मैनेजमेंट लेवल पर करीब 900 महिलाओं को नियुक्त किया गया है। पिछले साल यह संख्या 500 थी।
मैथ्यू ने कहा, ‘यह प्रोग्राम न केवल हमारे बिजनेस के लिए बल्कि पूरे इंडस्ट्री में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
कंपनी की ESG रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि यह प्रोग्राम एक स्ट्रक्चर्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म (Structured Learning Platform) और मेंटरशिप सपोर्ट (mentorship support) देता है। इससे महिलाएं आत्मविश्वास के साथ दोबारा कामकाजी जीवन में लौट सकती हैं।
भारत में 20,000 फ्रेशर्स को रोजगार देगा Infosys
बताते चलें की 2025 में Infosys ने लगभग 20,000 कॉलेज ग्रेजुएट्स को नौकरी देने की योजना बनाई है। इस रिक्रूटमेंट को लेकर अगस्त में कंपनी के CEO सलिल पारेख ने जानकारी साझा की थी। पारेख ने एक मीडिया रिपोर्ट में बताया कि कंपनी ने अपने पहले क्वार्टर में 17,000 से ज्यादा लोगों को रिक्रूट किया है। उन्होंने आगे बताया ‘हम इस साल लगभग 20,000 नए कॉलेज ग्रेजुएट्स को नौकरी देंगे।’
CEO ने कहा कंपनी AI और वर्कफोर्स डेवलपमेंट पर ध्यान दे रही है और 2.5 लाख से ज्यादा एम्प्लॉयीज को ट्रेनिंग दे चुकी है।
Summary:
इंफोसिस ने ‘रीस्टार्ट विद इंफोसिस’ नाम से एक नया रेफरल प्रोग्राम शुरू किया है। इसका उद्देश्य करियर ब्रेक के बाद काम पर लौटने वाली महिलाओं को जॉब्स देना है। इसके तहत सफल रेफरल पर कर्मचारियों को 50,000 रुपये तक का बोनस मिलेगा। यह पहल कंपनी के ESG Vision 2030 का हिस्सा है। इंफोसिस इस साल 20,000 नए फ्रेशर्स को भी नौकरी देने की योजना बना रहा है।
