हाल ही में टेक दिग्गज Infosys ने अपने स्टेटमेंट में ₹6500 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया है, जो कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। हालांकि, इस शानदार मुनाफे के बावजूद, Infosys ने अपने कर्मचारियों के सैलरी हाइक को टाल दिया है। कंपनी के मुनाफे को देखते हुए यह कदम काफी आश्चर्यजनक है, खासकर तब जब कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर है और प्रॉफिट उच्चतम स्तर पर है। तो फिर इंफोसिस वेतन वृद्धि में देरी क्यों कर रही है? आइए जानते हैं इसके पीछे के कुछ संभावित कारण।

कैसे शुरू हुआ ये पूरा मामला?
बता दें कि देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने आखिरी बार नवंबर 2023 में अपने एम्प्लाइज की वेतन वृद्धि की थी। जबकि आमतौर पर यह इंक्रीमेंट साल की शुरुआत में की जाती है।
इतना ही नहीं, HCL Tech, LTIMindtree और L&T Tech सर्विसेज जैसी अन्य बड़ी IT कंपनियों ने भी दूसरी तिमाही में वेतन वृद्धि को टाल दिया। रिपोर्ट्स की माने तो इन कंपनियों का मानना है कि कॉस्ट मैनेजमेंट और प्रॉफिटेबिलिटी बनाए रखने के लिए यह जरूरी है। वही इंफोसिस ने 17 अक्टूबर को चौथी तिमाही के लिए सैलरी हाइक योजना का ऐलान किया था।
कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जयेश संघराजका ने दूसरी तिमाही के नतीजों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सैलरी हाइक का एक हिस्सा जनवरी में लागू होगा, जबकि बाकी अप्रैल में प्रभावी होगा। इस दौरान, कंपनी ने ₹6,506 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले क्वार्टर से 2.2% अधिक है, हालांकि यह मार्केट की उम्मीद से कुछ कम है।
कंपनी के मुनाफे में शानदार बढ़त
बताते चलें की टेक जायंट Infosys के मार्जिन में 10 आधार अंकों का सुधार हुआ है, जो ऑनसाइट कॉस्ट में कमी, हाई यूटिलाइजेशन रेट और बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी का परिणाम माना जा रहा है। साथ ही, कंपनी ने अपने वित्त वर्ष 2025 के लिए रेवेन्यू एस्टीमेट को 3.75-4.5% तक बढ़ा दिया है, जो पिछले प्रोजेक्शन 3-4% से ज्यादा है।
वही Infosys ने वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2FY25) के लिए एलिजिबल कर्मचारियों को एवरेज 90% का परफॉरमेंस बोनस देने की घोषणा की है। जिसके बाद यह बोनस नवंबर के अंत में सैलरी के साथ वितरित किया गया। इस बोनस का मुख्य लाभ कंपनी के डिलीवरी और सेल यूनिट्स के मिड और जूनियर लेवल के कर्मचारियों को मिला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु स्थित कंपनी आमतौर पर 90% का बोनस देती है, हालांकि यह व्यक्तिगत प्रदर्शन और योगदान पर निर्भर करता है। माना जा रहा है की इस क्वार्टर का बोनस, पिछले तिमाही (Q1FY25) के 80% औसत से काफी ज्यादा है।
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SUMMARY
इंफोसिस ने हाल ही में ₹6500 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारियों की वेतन वृद्धि में देरी की है। हालांकि, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को 90% का प्रदर्शन बोनस दिया और सैलरी हाइक की योजना को जनवरी और अप्रैल में लागू करने का ऐलान किया है। माना जा रहा है की कंपनी ने यह कदम कॉस्ट मैनेजमेंट और प्रॉफिटेबिलिटी बनाए रखने की दिशा में लिया है।
