इंफोसिस के कर्मचारियों के लिए यह क्वार्टर (Q4 FY25) कुछ कमज़ोर साबित हो सकता है। टेक दिग्गज इंफोसिस ने फाइनेंशियल ईयर 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी ने परफॉर्मेंस बोनस को कम करने का फैसला किया है। इसकी एक बड़ी वजह है ग्लोबल सॉफ्टवेयर सेक्टर में लगातार बनी अनिश्चितता। इतना ही नहीं, कंपनी का क्वाटर्ली प्रॉफिट भी 11.7% गिरकर ₹7,033 करोड़ पर आ गया है। ऐसे में इस गिरावट का सीधा असर एम्प्लॉयीज के बोनस पर देखने को मिल रहा है।

HR ने समझाया, यह सिर्फ एक टेम्पररी फेज
हाल ही में एक इंटरनल कॉन्फ्रेंस कॉल में HR एग्जीक्यूटिव और डिलीवरी मैनेजर्स ने कर्मचारियों से बात की।उन्होंने बताया कि इस बार बोनस में कटौती की गई है। हालांकि, उन्होंने कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और डेडिकेशन को भी सराहा है। खासतौर पर उन लोगों का ज़िक्र किया जिन्होंने वीकेंड पर भी काम किया। HR ने यह भी कहा कि यह सिर्फ एक टेम्पररी फेज है। ऐसे में, टॉप परफॉर्मर्स को अगले ग्रोथ साइकिल में निश्चित तौर पर बेहतर बोनस मिलने की उम्मीद है।
ग्लोबल उतार-चढ़ाव से कंपनी हुई सतर्क
बता दें की प्रॉफिट में गिरावट के साथ-साथ इंफोसिस ने FY26 के लिए कमज़ोर रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान भी जारी किया है। यह संकेत देता है कि कंपनी फिलहाल रेवेन्यू को लेकर सतर्क रवैया अपना रही है। इसके पीछे का मुख्य कारण ग्लोबल मार्केट में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव को बताया जा रहा है। क्लाइंट्स स्पेंडिंग और डील्स को फाइनल करने में ज़्यादा समय लग रहा है। ऐसे माहौल में कंपनी का फोकस अब फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बनाए रखने पर है।
इन्फोसिस में वेतन और बोनस से जुड़े अपडेट
इस साल की शुरुआत में इन्फोसिस ने ज्यादातर कर्मचारियों को 5% से 8% तक सैलरी इन्क्रीमेंट दिया गया। यह बढ़ोतरी परफॉर्मेंस के आधार पर तय की गई थी। इसके अलावा, FY25 की तीसरी तिमाही (जो दिसंबर में खत्म हुई) में भी बोनस दिया गया। डिलीवरी और सेल्स टीम को एवरेज 80% बोनस मिला। यह बोनस 3.23 लाख से ज़्यादा कर्मचारियों में से एक बड़े हिस्से को दिया गया है।
कर्मचारियों के लिए कंपनी की लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी
इन्फोसिस के लीडर्स ने कहा कि मजबूत बिज़नेस साइकिल में कंपनी ने हमेशा कर्मचारियों को बेहतर सैलरी, प्रमोशन और इंटरनेशनल मौके दिए हैं।उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि इस समय लिए गए कदम सिर्फ शार्ट टर्म बेस्ड हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि कंपनी अपनी लॉन्ग टर्म रणनीति में भी ऐसा ही बदलाव कर रही है।
इस चौथे क्वाटर में बोनस में कटौती जरूर हुई है। हालांकि इस समय लगभग सभी आईटी सेक्टर पर इस तरह का दबाव बना हुआ है। इसके बावजूद, इन्फोसिस ने सुनिश्चित किया है टॉप परफॉर्मर्स को भविष्य में बेहतर कंपनसेशन दिया जाएगा। इसका उद्देश्य कर्मचारियों का हौसला बनाए रखना है। साथ ही कंपनी ने भरोसा जताया कि वह अपने कर्मचारियों के साथ है।
SUMMARY:-
इंफोसिस ने Q4 FY25 में परफॉर्मेंस बोनस कम करने का फैसला किया है। इसका मुख्य कारण ग्लोबल सॉफ्टवेयर सेक्टर में अनिश्चितता और 11.7% प्रॉफिट गिरावट है। HR ने इसे टेम्पररी फेज बताया है। उन्होंने भविष्य में टॉप परफॉर्मर्स को बेहतर बोनस का भरोसा दिया। कंपनी ने FY26 के लिए सतर्क रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान दिया है। कंपनी ने सुनिश्चित किया है कि मजबूत बिज़नेस साइकिल के समय बेहतर कंपनसेशन दिया जाएगा।
