भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में हाल ही में कैंसर स्क्रीनिंग से जुड़ी एक अनूठी पहल की जानकारी सामने आयी है। दरअसल, आंध्र प्रदेश 30 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाओं के लिए देश का पहला व्यापक कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह अभियान ब्रेस्ट, सर्विकल और मौखिक कैंसर का शीघ्र पता लगाने पर केंद्रित है, जिससे महिलाओं में होने वाले सभी कैंसरों का मुकाबला किया जा सके।

आपको बता दें, उल्लेखनीय रूप से, महिलाओं में होने वाले सभी कैंसरों में से 40% स्तन, सर्विकल और ओरल कैंसर के कारण होते हैं।
भारत का पहला कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम
पिछले पांच वर्षों में, कैंसर से संबंधित खर्च कुल स्वास्थ्य देखभाल खर्च का 12.8% से बढ़कर 18.2% हो गया है, जिसमें मेडिकल ऑन्कोलॉजी (423%), रेडिएशन ऑन्कोलॉजी (213%) और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (73%) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कैंसर उपचार से जुड़ें बहुत से अध्ययनों से पता चलता है कि 34-84% रोगियों को अत्यधिक लागत का सामना करना पड़ता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जब कोई परिवार अपनी स्वास्थ्य देखभाल पर अपनी आय का 40% से अधिक खर्च करता है, तो उसे “भयावह स्वास्थ्य व्यय” (catastrophic health spending) माना जाता है। भारत की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 (India’s National Health Policy 2017) भी इसे मासिक खपत के 10% या गैर-खाद्य खर्च के 40% से अधिक होने पर भयावह मानती है।
ऐसे में कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रमों से संबंधित विचार आवश्यक है क्योंकि उचित जांच के बिना, उपचार की लागत बढ़ सकती है, जिसके परिणामस्वरूप परिवारों पर अनुचित आर्थिक बोझ पड़ सकता है।
कैंसर उपचार लागत को कम करने में लाभदायक
कैंसर का शीघ्र पता लगने से न केवल मरीजों की जान बचती है, बल्कि स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर वित्तीय बोझ भी कम होता है। टाटा मेमोरियल अस्पताल और हुमी बाबा कैंसर अस्पताल के शोध से पता चलता है कि शीघ्र निदान से उपचार की लागत एक तिहाई कम हो सकती है।
जब कैंसर का जल्दी पता चल जाता है, तो उपचार कम जटिल और कम महंगा हो जाता है, जिससे मरीज़ जल्दी ठीक हो सकते हैं और समाज में योगदान दे सकते हैं। आंध्र प्रदेश जैसे राज्य इस दिशा में काम कर रहे हैं और व्यापक कैंसर उपचार सुविधाएं तैयार कर रहे हैं। हालांकि स्क्रीनिंग कार्यक्रमों को लागू करने से उपचार की तत्काल लागत बढ़ सकती है, लेकिन इससे दीर्घकालिक रूप से स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को निश्चित तौर पर लाभ होगा।
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SUMMARY
आंध्र प्रदेश भारत का पहला राज्य बनने जा रहा है जो 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं के लिए व्यापक कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम शुरू करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्रेस्ट, सर्विकल और अन्य कैंसर का शीघ्र पता लगाना है, जो महिलाओं में होने वाले अधिकांश कैंसर का कारण बनते हैं। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं के जीवन को बचाएगा बल्कि कैंसर के उपचार पर होने वाले खर्च को भी कम करेगा।
