भारतीय पासपोर्ट की प्रतिष्ठा में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है। हाल ही में ग्लोबल मोबिलिटी के क्षेत्र में भारत ने बड़ी छलांग लगाई है। बता दें कि 22 जुलाई को जारी हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) में भारत आठ पायदान ऊपर आया है। यह इस साल किसी भी देश द्वारा की गई सबसे बड़ी तरक्की मानी जा रही है।
इस बढ़त का सीधा फायदा उन भारतीयों को मिलेगा, जो विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं। अब भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स को 59 देशों में वीज़ा-फ्री या वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिल सकेगी। यह उपलब्धि भारत की वैश्विक पहचान को और मजबूत करती है।

Henley Index में भारत की जबरदस्त बढ़त
इस लिस्ट में मलेशिया, इंडोनेशिया, मालदीव और थाईलैंड जैसे पॉपुलर एशियन डेस्टिनेशंस शामिल हैं, जो हमेशा से इंडियन ट्रैवलर्स के लिए खास आकर्षण रहे हैं। वहीं, श्रीलंका, मकाऊ और म्यांमार जैसे देशों में वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा उपलब्ध है। हालांकि, यह सुविधा ट्रैवल पर्पज़ और स्टे ड्यूरेशन पर डिपेंड करती है।
भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन चुनौतियां बनी हुई हैं। दरअसल, इंडियन पासपोर्ट होल्डर्स को अब भी हाई-रैंक्ड कंट्रीज़ की तुलना में ज़्यादा रिस्ट्रिक्शंस का सामना करना पड़ता है। Henley Passport Index एक ग्लोबल इंडिकेटर है। यह यह बताता है कि कोई नागरिक कितने देशों में बिना प्री-अप्रूव्ड वीज़ा के ट्रैवल कर सकता है।
इस साल की ग्लोबल रैंकिंग में एशियाई देशों की मजबूत उपस्थिति देखने को मिली है। जिसमें सिंगापुर ने टॉप पोज़िशन हासिल की है। सिंगापुर अब अपने नागरिकों को 193 देशों में वीज़ा-फ्री एंट्री की सुविधा प्रदान करता है।
190 देशों समेत जापान और दक्षिण कोरिया ने हासिल की टॉप रैंकिंग
जापान और साउथ कोरिया 190 देशों तक बिना वीज़ा एक्सेस के साथ दूसरे स्थान पर हैं। यह उनकी मजबूत और स्थिर डिप्लोमेटिक रिलेशन को दर्शाता है।
Henley Passport Index के निर्माता डॉ. क्रिश्चियन एच. कैलिन ने कहा, ‘वैश्विक पहुँच लगातार कूटनीति और इंटरनेशनल रिलेशनशिप पर निर्भर करती है।”
UAE ने इस इंडेक्स में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है। पिछले एक दशक में शानदार प्रगति की है। 42वें स्थान से वह अब 8वें स्थान पर पहुंच चुका है। इसके अलावा चीन की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। 2015 में 94वें स्थान पर था, अब 60वें स्थान पर है।
यूरोप ने मारी बाज़ी, अफ़गानिस्तान सबसे पीछे
यूरोपियन कंट्रीज़ में कुछ खास मेंबर्स ने बढ़त बनाई है। सात यूरोपीय यूनियन के मेंबर्स, Denmark, Finland, France, Germany, Ireland, Italy और Spain, 189 देशों में वीज़ा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। ये देश Henley Passport Index में तीसरे नंबर पर हैं। वही दूसरी तरफ, Austria, Belgium, Luxembourg, Netherlands, Norway, Portugal और Sweden, 188 डेस्टिनेशंस तक एक्सेस देते हैं। ये ग्रुप चौथे स्थान पर है।
इस लिस्ट में सबसे निचले पायदान पर अफ़ग़ानिस्तान है। यहां के पासपोर्ट होल्डर्स को केवल 25 देशों में वीजा फ्री या वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलती है। यह टॉप रैंकिंग वाले पासपोर्ट से 168 देशों कम है। USA और UK जैसी प्रमुख देशों की रैंकिंग में गिरावट आई है। अमेरिका अब 10वें और UK छठे स्थान पर है।
Indian Passport रैंकिंग में दिखा सुधार
देखा जाए तो इन बदलावों का श्रेय बदलती डिप्लोमैटिक डाइनेमिक्स और नई ग्लोबल पार्टनरशिप्स को जाता है। अमेरिका और UK जैसे देश अब अपनी ट्रैवल फ्रीडम बचाए रखने के लिए सेकंड पासपोर्ट या माइग्रेशन ऑप्शन तलाश रहे हैं। हालांकि भारत की पासपोर्ट रैंकिंग में हुआ सुधार तुरंत कोई बड़ा ट्रैवल चेंज नहीं लाएगा। लेकिन ये आने वाले समय के लिए पॉजिटिव साइन है।
Summary
Henley Passport Index 2024 में भारत ने 8 पायदान की वृद्धि की है। अब भारत 77वें स्थान पर है। भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स को 59 देशों में वीज़ा-फ्री या वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा मिलती है। यह बदलाव बदलती डिप्लोमेसी और ग्लोबल पार्टनरशिप्स का नतीजा है। चुनौतियां अभी भी हैं, लेकिन यह रैंकिंग भारत की वैश्विक पहुंच को नई दिशा प्रदान करती है।
