हाल ही में पैनल द्वारा एक अहम सुझाव पेश किया गया है, जिसमें भारतीय रेलवे में यात्रा के किरायों को लेकर कुछ बड़े बदलावों की बात की गई है। इस प्रस्ताव के तहत, AC क्लास के टिकटों की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन इसके बदले सामान्य श्रेणी के किरायों को और अधिक किफायती बनाने की योजना भी है। इस सुझाव का उद्देश्य आम यात्रियों को राहत देना और रेलवे की आमदनी में सुधार करना है।

आइए एक नजर डालते है, क्या है ये रेलवे टिकट से जुड़ी योजना और इससे जुड़ें कुछ ज़रूरी फैक्ट्स-
आम जनता के लिए किफायती किराया
आपको बता दें की बीजेपी सांसद CM रमेश की अध्यक्षता वाली समिति ने पैसेंजर रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ट्रेन किराए की समीक्षा करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। साथ ही पैनल ने यह भी सुझाव दिया कि जनरल केटेगरी के किराए को आम जनता के लिए किफायती रखा जाना चाहिए। वही दूसरी ओर AC श्रेणी के किराए को ऑपरेटिंग कॉस्ट के हिसाब से तय करके रेलवे के लॉस को कम किया जा सकता है।
इसके साथ ही, पैनल ने सिफारिश की कि भारतीय रेलवे की टिकट की कीमतों को किफायती बनाए रखने के लिए ऑपरेटिंग कॉस्ट को अधिक प्रभावी ढंग से मैनेज करना चाहिए। इस पर रेल मंत्रालय ने बताया कि 46% टिकट छूट और 56,993 करोड़ रुपये की एनुअल कन्सेशन के बावजूद, सीनियर सिटीजन्स को दी जाने वाली छूट को दोबारा शुरू करना संभव नहीं है।
आगे पैनल ने कैटरिंग इंडस्ट्री में पहचानी गई अक्षमताओं की ओर इशारा किया और रेलवे की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए इन सेवाओं को खत्म करने का प्रस्ताव दिया। इसके अलावा, उन्होंने सुझाव दिया कि हाई क्वालिटी और कॉम्पिटिटिव कीमतों पर भोजन की पेशकश करके फ़ूड सर्विस बिजनेस के वित्तीय बोझ को कम किया जा सकता है।
मॉडर्नाइजेशन के लिए कैपिटल इन्वेस्टमेंट
भारतीय रेलवे में प्राइवेटाइजेशन को लेकर समिति ने एक महत्वपूर्ण सिफारिश प्रस्तुत की, जिसमें रेलवे के बुनियादी ढांचे में प्राइवेट सेक्टर की व्यापक भागीदारी पर ज़ोर दिया। यह सिफारिश लोकसभा में रेलवे संशोधन विधेयक, 2024 पर हुई बहस के बाद सामने आई। जहां कुछ सांसदों ने इस बिल को निजीकरण की दिशा में उठाया गया कदम बताकर इसकी आलोचना की । वही दूसरी ओर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बिल का पुरजोर समर्थन करते हुए इन आलोचनाओं को खारिज कर दिया।
समिति की रिपोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे के मॉडर्नाइजेशन और इसके प्रदर्शन में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर कैपिटल इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता है। ऐसे में इन नियोजित व्ययों से न केवल रेलवे की दक्षता में सुधार होगा, बल्कि वे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनेंगे।
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SUMMARY
भारतीय रेलवे में किरायों और सेवाओं को लेकर बड़ा बदलाव प्रस्तावित है। पैनल ने सुझाव दिया कि एसी श्रेणी के किरायों में वृद्धि कर जनरल टिकट को अधिक किफायती बनाया जाए। ऑपरेटिंग कॉस्ट मैनेजमेंट, कैटरिंग सेवाओं में सुधार, और निजी निवेश के माध्यम से रेलवे के मॉडर्नाइजेशन की योजना बनाई गई है। ये बदलाव रेलवे के रेवेन्यू बढ़ाने और दक्षता सुधारने पर केंद्रित हैं।
