रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के एग्जीक्यूशन फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी है। यह भारत का पहला पूरी तरह से स्वदेशी फिफ्थ-जेनरेशन स्टील्थ फाइटर जेट होगा। फिलहाल प्रोजेक्ट का नेतृत्व एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) कर रही है। इस महत्वाकांक्षी योजना में प्राइवेट कंपनियां भी भागीदार हैं। यह प्रोजेक्ट ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

Target 2035: भारत का सबसे बड़ा फाइटर जेट मिशन
बता दें की DRDO ने स्पष्ट किया है कि AMCA प्रोजेक्ट को 2035 तक पूरा कर लिया जाएगा। यह लड़ाकू विमान F-35 और J-20 जैसे विदेशी फाइटर जेट्स को टक्कर देगा। AMCA को भी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस किया जा रहा है। जैसे-
- स्टील्थ डिज़ाइन
- सेंसर फ्यूज़न
- इंटरनल वेपन बै
- सुपरक्रूज़ कैपबिलिटी
- एडवांस एवियोनिक्स
इंजन को लेकर एक बड़ी योजना पर काम हो रहा है। सिक्स्थ जनरेशन का इंजन बनाना आसान नहीं है। इसलिए भारत, फॉरेन जॉइंट वेंचर के साथ मिलकर इसे बनाने पर विचार कर रहा है।
भारत ने किया लेजर हथियार का सफल परीक्षण
बताते चलें कि हाल ही में भारत ने लेजर हथियार तकनीक में बड़ी कामयाबी हासिल की है। DRDO की CHESS लैब ने 30-kw की निर्देशित ऊर्जा हथियार प्रणाली (DEW) का सफल परीक्षण किया है। इस दौरान Mk-II(A) लेजर सिस्टम ने ट्रायल के समय कई ड्रोन को बेअसर कर दिया। इस सफलता के साथ भारत चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास हाई-एनर्जी लेजर तकनीक है।
भविष्य में भारत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता को और मजबूत करेगा। इसके तहत विद्युत चुम्बकीय पल्स (EMP) और माइक्रोवेव-आधारित सिस्टम पर काम शुरू हो चुका है।
भारत के डिफेंस सेक्टर में नई उड़ान
भारत ने हाल ही में दो बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। पहला, AMCA प्रोजेक्ट का एक्सेक्यूशन शुरू हुआ है। दूसरा, लेजर हथियार का सफल परीक्षण किया गया है। ये दोनों उपलब्धियां भारत की रक्षा नीति में रणनीतिक बदलाव को दिखाती हैं।
इन सफलताओं से भारत की रणनीतिक क्षमता और मजबूत हुई है। साथ ही, VSHORAD, MPATGM और LCA Mk II जैसी स्वदेशी तकनीकों का उत्पादन भी अब पूरा होने को है । ये संकेत देते हैं कि भारत रक्षा तकनीक के नए युग में प्रवेश कर चुका है। आने वाले समय में भारत ग्लोबल स्तर पर डिफेंस और एयरोस्पेस में नया मुकाम हासिल करेगा।
SUMMARY
भारत ने हाल ही में AMCA प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। यह फिफ्थ-जेनरेशन स्टील्थ फाइटर जेट की दिशा में बड़ा कदम होगा। 2035 तक पूरा होने वाले इस प्रोजेक्ट में एडवांस तकनीक और विदेशी सहयोग से इंजन विकसित किया जाएगा। साथ ही, लेजर हथियार का सफल परीक्षण हुआ है। ये उपलब्धियां भारत को दुनिया के बड़े डिफेन्स देशों में शामिल करेंगी। साथ ही भारत के आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी आगे बढ़ाएंगे।
