IBM ने हाल ही में करीब 8,000 कर्मचारियों की छंटनी की है। बता दें की इसमें से ज्यादातर ले ऑफ ह्यूमन रिसोर्स (HR) डिपार्टमेंट में किया गया है। कंपनी ने यह कदम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बैक-ऑफिस ऑपरेशन्स में इंटीग्रेट करने के तहत उठाया है।
दरअसल कंपनी का मानना है कि AI इन रिपेटिटिव एडमिनिस्ट्रेटिव टास्क को बेहतर तरीके से संभाल सकता है। ऐसे में इस फैसले से HR विभाग में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।

अब HR डिपार्टमेंट को रिप्लेस करेगा AI
बता दें मई की शुरुआत में कंपनी ने करीब 200 HR पदों को AI टूल्स से रिप्लेस किया था। लेकिन ये AI एजेंट आखिर करते क्या हैं? बता दें की ये ट्रेन किए गए टूल्स कर्मचारियों के सवालों का जवाब देते हैं। डॉक्युमेंट्स और पेपरवर्क संभालते हैं। साथ ही HR डेटा को भी व्यवस्थित करते हैं।
यह ऐसे डिजाइन किए गए है कि इन्हें बहुत कम ह्यूमन सुपरविजन की जरूरत हो। कंपनी का मानना है कि इन AI टूल्स से एफिशिएंसी बढ़ेगी। इतना ही नहीं, ऑपरेशनल कॉस्ट में भी कमी आएगी।
सीईओ ने बताया, AI से वर्कफोर्स में होगा बड़ा बदलाव
आईबीएम के CEO अरविंद कृष्ण ने कहा कि कंपनी AI को लेकर काफी उत्साहित है। उनका कहना है कि यह कदम काम करने के तरीके को बेहतर बनाएगा। उन्होंने आगे बताया की कुछ डिपार्टमेंट में भले ही नौकरियां कम हुई हैं।
हालांकि कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में ऑटोमेशन से हुई सेविंग को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, मार्केटिंग और सेल्स जैसे नए सेक्टर्स में लगाया जा रहा है।
कृष्णा ने साफ कहा कि IBM का मकसद सिर्फ नौकरी कम करना नहीं है। उनका कहना है कि कंपनी अब ऐसे कामों पर ध्यान दे रही है जहां ह्यूमन क्रिएटिविटी और स्ट्रेटेजी की जरूरत होती है। वहीं, डेली एडमिनिस्ट्रेटिव टास्क के लिए कंपनी अब धीरे-धीरे ऑटोमेशन की ओर बढ़ रही हैं।
AI से नहीं जाएगी नौकरी, सिर्फ बदलेगा तरीका
IBM के मुख्य HR अधिकारी निकेल लामोरॉक्स ने कहा कि AI पूरी तरह से नौकरियां खत्म नहीं करेगा। इसके बजाय, AI उन कामों को संभालेगा जो रिपीट होते हैं। इससे कर्मचारियों को अधिक सूझ-बूझ वाले टास्क पर ध्यान देने का मौका मिलेगा। देखा जाए तो, AI काम को आसान बनाएगा। न की इंसानों की जगह लेगा। लामोरॉक्स के मुताबिक, यह बदलाव कर्मचारियों को ज्यादा फ्रीडम देगा। जिससे वे महत्वपूर्ण फैसले ले सकेंगे।
IBM ने लॉन्च किए नए AI टूल्स
IBM ने अपनी एनुअल थिंक कॉन्फ्रेंस (ATC) में नए AI टूल्स लॉन्च किए हैं। ये टूल्स खासतौर पर बिजनेस के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इनकी मदद से कंपनियां OpenAI, Microsoft और Amazon जैसे बड़े प्लेटफॉर्म के साथ काम कर सकेंगी। IBM का लक्ष्य है, एंटरप्राइज़ AI के क्षेत्र में सबसे आगे रहना। इन टूल्स से बिजनेस अपने AI एजेंट को आसानी से डेवेलप और डेप्लॉय कर पाएंगे। कंपनी ने इस नई टेक्नोलॉजी को लेकर काफी उम्मीदें जताई हैं।
AI की तरफ बढ़ता इंडस्ट्री का रुझान
IBM की स्ट्रेटेजी दिखाती है कि यह बदलाव अब पूरी इंडस्ट्री में देखा जा रहा है। Duolingo जैसी कंपनियां अब AI का ज्यादा इस्तेमाल कर रही हैं। कुछ जगहों पर तो कॉन्ट्रैक्टर्स की जगह AI टूल्स ने काम संभाल लिया है। Shopify ने भी रिक्रूटमेंट के लिए ऐसी ही पॉलिसी बनाई है। जिसमें देखा जाएगा कि कैंडिडेट AI के साथ कितना अच्छा काम कर सकता है। ऐसे में अब फोकस इस बात पर है कि ऑटोमेशन टूल्स और ह्यूमन एक्सपर्टीज साथ मिलकर कैसे बेहतर काम करेंगे।
Summary
IBM ने 8000 HR कर्मचारियों की जगह अब AI को ज़िम्मेदारी सौंपी है। बैक ऑफिस ऑपरेशंस समेत रिपेटिटिव टास्क अब ऑटोमेशन से पूरे होंगे। इन टूल्स से एफिशिएंसी बढ़ेगी और कॉस्ट कम होगी। CEO अरविंद कृष्ण ने सुनिश्चित किया AI से काम करने का तरीका बदलेगा। इससे नौकरियां नहीं जाएंगी। IBM का फोकस अब ह्यूमन क्रिएटिविटी और स्ट्रेटेजिक रोल्स पर है। वही AI बैक-ऑफिस के रूटीन वर्क हैंडल करेगा।
