HCL के को-फाउंडर और नेशनल क्वांटम मिशन के चेयरमैन हाल ही महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने भारत कि चीन पर बढ़ती तकनीकी निर्भरता पर चिंता जताई। चौधरी ने कहा, चीन में बने इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स खतरा बन सकते हैं। इनमें चिप्स, CCTV और बायोमेट्रिक सिस्टम शामिल हैं। ANI से बातची में उन्होंने चेतावनी दी। उनका दावा है कि इन डिवाइस में ‘बैकडोर’ मौजूद हो सकते हैं। इन से सेंसिटिव भारतीय डेटा चीन जा सकता है। ऐसे में यह देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।

बायोमेट्रिक सिस्टम से चीन तक डेटा लीक?
अजय चौधरी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि सरकारी ऑफिस में लगे बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से डेटा लीक होने की इंटेलिजेंस रिपोर्ट सामने आई है। चौधरी के मुताबिक, कर्मचारियों की पर्सनल इनफार्मेशन चीन के सर्वर तक पहुंच रही थी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्थिति नहीं बदली, तो यही खतरा CCTV कैमरों के ज़रिए भी बढ़ सकता है। चीनी पार्ट्स वाले ऐसे कैमरे देश के सर्विलांस नेटवर्क को असुरक्षित बना सकते हैं।
चीनी चिप्स पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग
अजय चौधरी ने केंद्र सरकार से चीनी चिप्स के इंपोर्ट पर पूरी तरह बैन लगाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिका और यूरोप की तरह कदम उठाना चाहिए। बता दें कि इन दोनों देशों ने पहले ही चीन में बने CCTV और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स पर रोक लगा दी है। चौधरी ने चेतावनी दी, ‘हर चीनी चिप में एक बैकडोर हो सकता है।’ उनका कहना है कि ऐसे इंपोर्ट पर रोक लगाना ज़रूरी है। इससे देश का डेटा सुरक्षित रहेगा।
‘स्क्रूड्राइवर जॉब्स’ से असली मैन्युफैक्चरिंग तक
अजय चौधरी ने भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मौजूदा मॉडल को ‘स्क्रूड्राइवर जॉब्स’ बताया। उनके मुताबिक, ज़्यादातर काम असली मैन्युफैक्चरिंग नहीं बल्कि सिर्फ़ असेंबलिंग है। किट चीन से आती हैं और भारत में जोड़ दी जाती हैं। चौधरी ने बताया कि हर साल भारत में बिकने वाले 150 मिलियन स्मार्टफोन में से करीब 60% चीनी ब्रांड के हैं।
यही स्थिति ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग में भी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि कई चीनी ड्रोन को सिंगापुर के प्रोडक्ट के रूप में रीब्रांड कर बेचा जाता है। चौधरी का मानना है कि भारत को अब असेंबलिंग से आगे बढ़कर असली मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान देना चाहिए।
भारत का सुरक्षित और स्मार्ट विकल्प बनेगा ‘India Phone’
अजय चौधरी ने एक नया डिजिटल विज़न पेश किया है। वे चाहते हैं कि भारत में एक सुरक्षित और स्वदेशी ‘इंडिया फ़ोन’ तैयार हो। यह फोन पूरी तरह भारत में डिज़ाइन किया जाएगा। इसमें देसी चिप्स और एन्क्रिप्शन होगा। चौधरी के अनुसार, सरकार की RDI स्कीम से ऐसा प्रोजेक्ट सपोर्ट किया जा सकता है। इससे डेटा सुरक्षा मजबूत होगी। हाई-टेक नौकरियां भी बढ़ेंगी। भारत एक सर्विस-बेस्ड इकॉनमी से प्रोडक्ट-ड्रिवन पावरहाउस बन सकेगा।
Summary:
HCL के को-फाउंडर अजय चौधरी ने भारत की चीन पर बढ़ती तकनीकी निर्भरता पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि चीन में बने चिप्स, CCTV और बायोमेट्रिक सिस्टम खतरा बन सकते हैं। इनमें बैकडोर हो सकते हैं। सरकारी डेटा चीन तक पहुंच सकता है। चौधरी ने चीनी चिप्स पर बैन की मांग की। उन्होंने मौजूदा असेंबलिंग मॉडल को ‘स्क्रूड्राइवर जॉब्स’ बताया। हाल ही में उन्होंने सुरक्षित और स्वदेशी ‘इंडिया फ़ोन’ बनाने का विज़न पेश किया।
