कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, Google की पेरेंट कंपनी Alphabet Inc ने भारत को अपना Pixel फोन मैन्युफैक्चरिंग का मुख्य हब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें की अब तक वियतनाम में पिक्सल स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग होती रही है, लेकिन अब कंपनी ने इसे भारत में शिफ्ट करने का फैसला किया है। इसके लिए Alphabet ने अपनी लोकल मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स, Dixon Technologies और Foxconn से बातचीत करना शुरू कर दी है। यह कदम कंपनी ने अपनी सप्लाई चेन को और मजबूत करने और जियो-पॉलिटिकल रिस्क को कम करने के लिए उठाया है।

Alphabet ने पिक्सल स्मार्टफोन प्रोडक्शन के लिए भारत को क्यों चुना?
यह माना जा रहा है कि Alphabet ने यह कदम अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी से बचने के लिए उठाया है। वियतनाम में US टैरिफ दर 46% है, जबकि भारत में यह सिर्फ 26% है। ऐसे में भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में चुनने के पीछे यह एक अहम वजह हो सकती है। भले ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नए टैरिफ पर 90 दिनों के रोक लगा दी है, लेकिन इम्पोर्ट ड्यूटी 10% अभी भी लागू है।
बता दें की 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा टैरिफ की घोषणा के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई, लेकिन भारत ने इस ट्रेंड को पलटते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमशः 2.5% और 2.2% की बढ़त हुई, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2% से भी ज्यादा है।
हालांकि इस स्थिति में, भारत ने लाभ कमाने वाले प्रमुख देशों में अपनी जगह बनाई। वहीं, 16.5% के इम्पोर्ट टैक्स के बावजूद, भारत में बने पिक्सल फोन ज्यादातर घरेलू उपयोग के लिए तैयार किए जा रहे हैं।
70% पिक्सेल स्मार्टफोन अब भारत में होते है मैन्युफैक्चरर
बताते चलें की फिलहाल भारत में पिक्सल स्मार्टफोन का प्रोडक्शन दो प्रमुख स्थानों पर हो रहा है। जहां तमिलनाडु में Foxconn पुराने मॉडल पर काम करता है, वहीं नोएडा में Dixon नए मॉडल का प्रोडक्शन संभालता है। खास बात यह है कि भारत में बने पिक्सल फोन का लगभग 70% हिस्सा Dixon द्वारा तैयार किया जाता है।
Dixon की बात करें तो दिसंबर 2023 में इस कंपनी ने ताइवान की कॉम्पल इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर अपना उत्पादन शुरू किया, जबकि Foxconn ने अगस्त में प्रोडक्शन प्रक्रिया शुरू की थी।
पहले अल्फाबेट का प्लान था कि वह दो से तीन साल के भीतर धीरे-धीरे प्रोडक्शन को भारत में शिफ्ट करेगा, हालांकि अमेरिकी टैरिफ की बढ़ती चिंताओं के कारण कंपनी ने इस प्रक्रिया को तेज़ कर दिया है।
भारत में पिक्सल का नया विस्तार
कंपनी फिलहाल अन्य देशों में पिक्सेल शिपमेंट की जांच कर रही है और विशेष रूप से भारत से अमेरिका तक इसके एक्सपोर्ट में वृद्धि करने की योजना बना रही है। इस कदम से न केवल भारत में लोकल मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश को एक वैश्विक टेक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
स्टैटकाउंटर के आंकड़ों के मुताबिक, हाल ही में लॉन्च किए गए Google पिक्सल की बाजार हिस्सेदारी लगभग 14% तक पहुंच चुकी है। हाई प्राइस रेंज के चलते पिक्सल अभी भी भारत में एक प्रीमियम ब्रांड माना जाता है। हालाँकि, रिटेल स्टोर्स में इस फोन की उपलब्धता बढ़ने के साथ ही, इसकी बिक्री में भी सुधार देखा गया है।
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SUMMARY
Alphabet Inc अपने पिक्सल स्मार्टफोन निर्माण केंद्र को वियतनाम से भारत में शिफ्ट कर रहा है। कंपनी ने अपनी सप्लाई चैन को मजबूत करने के लिए लोकल पार्टनर Dixon टेक्नोलॉजीज और Foxconn के साथ बातचीत शुरू कर दी है। भारत के कम इम्पोर्ट टैरिफ इस बदलाव का प्रमुख कारण हैं। लगभग 70% पिक्सल फोन की मैन्युफैक्चरिंग फिलहाल भारत में हो रही हैं, ऐसे में भारत एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अपनी नई पहचान बना रहा है।
