ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न को अब 2.5 अरब डॉलर का भुगतान करना होगा। यह कदम फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) द्वारा लगाए गए आरोपों के सेटलमेंट के रूप में उठाया गया है। FTC ने आरोप लगाया कि कंपनी ने ग्राहकों को धोखे से प्राइम मेंबरशिप के लिए साइन-अप कराया। इतना ही नहीं, प्राइम मेम्बरशिप कैंसिल करने में भी यूजर्स को काफी परेशानी आई। फिलहाल अमेज़न पर 1 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। जहां 3.5 करोड़ ग्राहकों को 1.5 अरब डॉलर का रिफंड मिलेगा।

3.5 करोड़ यूजर्स को मिलेगा रिफंड
FTC ने अमेज़न पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एजेंसी का कहना है कि 2017 से 2022 के बीच अमेज़न ने प्राइम मेंबरशिप रद्द करना जानबूझकर मुश्किल बना दिया। ग्राहकों को अपनी मेम्बरशिप कैंसिल करने में काफी दिक्कत हुई। FTC ने कहा कि अमेज़न के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने साइन-अप और कैंसिलेशन प्रोसेस पर मंजूरी नहीं दी। कंपनी ने ये बदलाव तभी किए जब 2022 में जांच शुरू हुई। FTC का मानना है कि यह ग्राहकों के धोखा है।
अब आसान होगा साइन अप और कैंसलेशन प्रोसेस
इस सेटलमेंट के तहत अब अमेज़न को कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे। कंपनी को प्राइम रद्द करना आसान बनाना होगा। साथ ही, साइन-अप करते समय मेंबरशिप से जुड़ी सभी नियम एवं शर्तों को साफ़-साफ़ बताना होगा। इसके अलावा, ‘Decline Prime’ नाम का एक बटन भी ऐड किया जाएगा। इन नियमों का पालन हो, इसके लिए एक ऑफिसर नियुक्त किया जाएगा।
इस बीच, जो भी अमेज़न यूजर्स 23 जून 2019 से 23 जून 2025 के बीच प्राइम मेंबरशिप कैंसिल करने में परेशानी झेल चुके हैं, वे कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकते हैं।
अमेज़न ने दिया जवाब
इतनी बड़ी रकम चुकाने के बाद भी अमेज़न ने अपनी गलती नहीं मानी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह समझौता उसे आगे बढ़ने और ग्राहकों पर ध्यान देने का मौका देता है। अमेज़न का यह भी कहना है कि जरूरी बदलाव पहले ही किए जा चुके हैं। इतना ही नहीं, कंपनी ने अपनी सफाई में यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि यूजर्स आसानी से प्राइम ले सकें और जब चाहें, उसे कैंसिल भी कर सकें।
इस फैसले से ग्राहक और अमेज़न पर असर
2.5 अरब डॉलर बड़ी रकम है। लेकिन अमेज़न जैसी बड़ी कंपनी के लिए यह बहुत बड़ा झटका नहीं है। कंपनी इतनी कमाई हर 33 घंटे में कर लेती है। इसलिए आर्थिक रूप से इसका असर अमेज़न पर ज्यादा नहीं होगा। फिर भी, यह फैसला ग्राहकों के लिए बड़ी जीत है। यह दिखाता है कि नियम बनाने वाली एजेंसियां अब मेम्बरशिप सर्विस पर कड़ी नजर रख रही हैं। यह सेटलमेंट भविष्य में एक मिसाल बनेगा। अब तकनीकी कंपनियों को अपनी मेम्बरशिप और बिलिंग प्रोसेस को ट्रांसपेरेंट रखना होगा।
Summary:
फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने अमेज़न पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कंपनी ने ग्राहकों को धोखे से प्राइम मेंबरशिप के लिए साइन-अप कराया। साथ ही, सदस्यता रद्द करना भी मुश्किल बना दिया। इस मामले में अमेज़न को कुल 2.5 अरब डॉलर चुकाने होंगे। इसमें 1 अरब डॉलर जुर्माना और 3.5 करोड़ ग्राहकों को 1.5 अरब डॉलर का रिफंड शामिल है। यह फैसला ग्राहकों के लिए बड़ी जीत माना जा रहा है। ऐसे में अब भविष्य में मेम्बरशिप सर्विस पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
