भारत में उड़ने वाले टैक्सी के बारे में सुनकर आपको शायद हैरानी हो, लेकिन जल्द ही यह रियलिटी बन सकता है। इतना ही नहीं, इन टैक्सियों का किराया Ola और Uber जैसे रेगुलर टैक्सी सर्विस के बराबर होने की उम्मीद है। यह क्रांतिकारी कदम भारतीय शहरों में यात्रा के तरीके को पूरी तरह से बदल सकता है, और तकनीकी उन्नति के साथ एक शानदार फ्लाइंग एक्सपीरियंस प्रदान कर सकता है।

आपको बता दें की JetSetGo की CEO, कनिका टेकरीवाल भारत में उड़ने वाली टैक्सियों की शुरुआत करने जा रही है। उनके अनुसार, इन टैक्सियों की कीमत Uber के बराबर होगी। आइए जानते है, इस फ्लाइंग टैक्सी से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स और डिटेल्स-
भारत में फ्लाइंग टैक्सी का भविष्य
CEO कनिका टेकरीवाल ने कहा कि भारत में फ्लाइंग टैक्सी के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है और उनका मानना है कि प्राइवेट एयर ट्रांसपोर्ट का भविष्य बहुत उज्जवल है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि करीब 40-50 साल पहले, केवल दुनिया के अमीर लोग ही कार खरीद सकते थे, लेकिन आज लगभग 40 प्रतिशत लोग कार खरीद सकते हैं। यही ट्रेंड उड़ने वाली कारों के साथ भी होगा।
कनिका टेकरीवाल ने हाल ही में दुबई में आयोजित एक सम्मेलन में बताया कि जिस eVTOL (इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग) पर उनका काम चल रहा है, उसकी कीमत उबर या अन्य कैब सर्विस के बराबर ही होगी, और इसे खरीदने में लगभग $200,000 से $300,000 का खर्च आ सकता है।
इस बारे में आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अब दुनिया के सिर्फ 1-2 प्रतिशत लोगों को टारगेट करने वाले प्रोडक्ट्स का दौर खत्म हो गया है। अब, प्रोडक्ट्स को बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चर कर, बाजार में उपलब्ध कराना प्राथमिकता बन चुकी है। JetSetGo के संस्थापक के अनुसार, दुबई के शेख जायद रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर फ्लाइंग टैक्सी का भविष्य काफी रोमांचक होगा, जो लोगों के जीवन जीने के तरीके को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखता है।
एविएशन सेक्टर में बदलाव की नई लहर
फ्लाइंग टैक्सी के इस यूनिक कांसेप्ट को एक्सप्लेन करते हुए कनिका टेकरीवाल ने कहा कि एविएशन सेक्टर का भविष्य बेहद उज्जवल है क्योंकि यह एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो अभी तक बदलाव से अछूता रहा है। यह एक कैपिटल इंटेंसिव व्यवसाय है, जिसमें बुनियादी ढांचे और हवाई अड्डों के निर्माण के लिए अरबों डॉलर की जरूरत होती है। भारत में 8,000 से अधिक जिले और 1,000 से ज्यादा शहर हैं, लेकिन केवल 160 एयरलाइनों से जुड़े हुए हैं। उदाहरण के लिए, भोपाल से दुबई जाने के लिए यात्रियों को पहले दिल्ली आना पड़ता है।
हालांकि अब यह परिदृश्य बदल सकता है क्योंकि नए छोटे विमान 500 मीटर लंबे रनवे से उड़ान भरने में सक्षम होंगे, जिससे एविएशन को अधिक विशाल पार्किंग स्थानों तक पहुंच मिल सकेगी।
बताते चलें की दुबई में आयोजित होने वाले इस पैनल में ‘आइकॉन टू यूनिकॉर्न’ विषय पर चर्चा की गई थी। जहां Innefu Labs के सह-संस्थापक तरुण विग, द बोहरी किचन के सह-संस्थापक मुनाफ कपाड़िया और ICAI दुबई चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष पंकज मुंद्रा ने अपने विचार साझा किए।
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SUMMARY
भारत में फ्लाइंग टैक्सी का भविष्य अब वास्तविकता बनने जा रहा है, और इनकी कीमत उबर जैसी सामान्य कैब सर्विस के बराबर होने की उम्मीद है। JetSetGo की CEO कनिका टेकरीवाल के अनुसार, फ्लाइंग टैक्सी का नया युग भारतीय ट्रांसपोर्टेशन को बदल सकता है। टेकरीवाल ने बताया कि eVTOL की ओनरशिप कॉस्ट $200,000-$300,000 होगी और यह बड़े पैमाने पर उपलब्ध होगा।
