भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने E20 पेट्रोल के इस्तेमाल पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी है। यह याचिका एक जनहित याचिका (PIL) के तौर पर दाखिल की गई थी। इसमें 20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल के फ्यूल मिक्सचर के उपयोग पर आपत्ति जताई गई थी। पिटीशनर की मांग थी कि पुराने व्हीकल ओनर को इथेनॉल-फ्री फ्यूल का ऑप्शन मिलना चाहिए।
हालांकि, इस अपील पर चीफ जस्टिस BR गवई और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की बेंच ने केंद्र सरकार का समर्थन किया। कोर्ट ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि E20 पेट्रोल किसानों के लिए फायदेमंद है। इससे न सिर्फ एमिशन कम होगा, बल्कि देश की फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता भी कम होगी। कोर्ट के इस फैसले के बाद 2025 तक देशभर में E20 पेट्रोल लागू करना आसान हो गया है।

क्यों खारिज हुई PIL याचिका?
सुप्रीम कोर्ट ने यह PIL खारिज करने के कई महत्वपूर्ण कारण बताए हैं। इस मामले में याचिका फाइल करने वाले वकील अक्षय मल्होत्रा ने कहा कि पुराने वाहन, खासकर कुछ BS-VI मॉडल, E20 पेट्रोल के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने तर्क दिया की या तो इथेनॉल-फ्री पेट्रोल उपलब्ध कराया जाए। या फिर पेट्रोल पंप पर स्पष्ट लेबल लगाएं जाए।
हालांकि सरकार ने इस दावे को स्वीकार नहीं किया। सरकार का कहना था कि इथेनॉल मिश्रित फ्यूल देश के स्वच्छ भविष्य के लिए जरूरी है। अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी ने भी कोर्ट को बताया कि इससे किसानों को भी फायदा होगा। लेकिन अंत में, कोर्ट ने सरकार का समर्थन हुए अपील को खारिज कर दिया।
क्या आपके व्हीकल के लिए सही है E20 पेट्रोल?
E20 पेट्रोल आपके व्हीकल के लिए फायदेमंद है भी या नहीं, आइए समझते है-
नए वाहन (अप्रैल 2023 के बाद बने व्हीकल)
ये वाहन E20 पेट्रोल के साथ पूरी तरह काम करते हैं। इसमें किसी भी तरह का बदलाव करने की जरूरत नहीं है।
पुराने वाहन (2023 से पहले बने व्हीकल)
नीति आयोग की रिसर्च के अनुसार, इथेनॉल की वजह से फ्यूल एफिशिएंसी थोड़ी कम हो सकती है। जिससे फ्यूल सेविंग 5-7% तक हो सकती है।
BS3 और BS4 मॉडल
BS3 और BS4 मॉडल वाले व्हीकल में फ्यूल पाइप में जंग लगने जैसी समस्या आ सकती हैं। जिससे सील और पंप जल्दी खराब हो जाते हैं।
इन सभी चिंताओं के बावजूद SIAM का कहना है कि E20 पेट्रोल से किसी तरह का खतरा नहीं है। हालांकि, इथेनॉल की सही जानकारी के लिए पेट्रोल पंपों पर लेबल लगाना जरूरी होगा।
देश और पर्यावरण के लिए क्यों महत्वपूर्ण है E20?
बता दें कि E20 पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाया जाता है। यह इथेनॉल गन्ना और मक्का जैसी फसलों से बनता है। इससे देश में क्रूड ऑइल इम्पोर्ट बिल कम होता है। साथ ही ग्रीन गैस एमिशन भी घटता है। ऐसा बताया जाता है कि E20 की ऑक्टेन रेटिंग ज्यादा होती है। इससे इंजन में पेट्रोल अच्छे से जलता है और व्हीकल परफॉर्मेंस बेहतर होती है।
वही सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, E20 से हर साल करीब ₹43,000 करोड़ की विदेशी मुद्रा (forex) बचाई जा सकती है। इसके अलावा, किसानों को भी सालाना ₹40,000 करोड़ तक का फायदा हो सकता है।
इतना ही नहीं, E20 से कार्बन मोनोऑक्साइड एमिशन भी 50% तक कम हो सकता है। ऐसे में यह बदलाव देश की अर्थव्यवस्था के साथ किसानों और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।
Summary:
सुप्रीम कोर्ट ने E20 पेट्रोल पर रोक लगाने वाली PIL खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि E20 पेट्रोल किसानों के लिए फायदेमंद है और इससे देश की फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम होगी। नए वाहन इसके लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं, जबकि पुराने वाहनों में कुछ मामूली असर हो सकता है। सरकार का कहना है कि E20 से विदेशी मुद्रा की बचत होगी और पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा।
