देश में आए दिन स्कैम से जुड़ें कोई न कोई मामला सामने आता है, कभी एक फ़ोन कॉल पर दोस्त और रिश्तेदारों का नाम लेकर पैसे लूटें जाते हैं तो कई साइबर अपराधी बैंक कर्मचारी बनकर हजारों लोगों को चूना लगाते हैं, ऐसा ही धोखाधड़ी से जुड़ा एक मामला हाल ही में सामने आया है।

दरअसल यह मामला नोएडा, उत्तर प्रदेश की एक महिला डॉक्टर का है, जिनसे साइबर ठगों ने 59 लाख ऐंठ लिए। स्कैमर्स ने महिला को यह विश्वास दिलाया कि वह अपने मोबाइल फोन के ज़रिए पोर्नोग्राफी प्रसारित करती है , जिसके लिए उन्हें 48 घंटे की ‘डिजिटल गिरफ़्तारी’ में रहना होगा। जिसके बाद महिला डॉक्टर इतना ज्यादा घबरा गई की उन्होंने कॉल पर रहते हुए खुद को घर में कैद कर लिया।
पोर्न वीडियो सर्कुलेट करने का लगाया आरोप
नोएडा सेक्टर 77 में रहने वाली डॉ. पूजा गोयल को 13 जुलाई को एक कॉल आया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) का कर्मचारी बताया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर गोयल के मोबाइल फोन का इस्तेमाल, पोर्न वीडियोज़ शेयर करने के लिए किया जा रहा है।
हालांकि डॉक्टर पूजा ने इस बात से साफ़ इनकार कर दिया, लेकिन स्कैमर्स इतने चालाक निकले की उन्होंने किसी तरह उसे वीडियो कॉल में शामिल होने के लिए मना लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने महिला को धमकी दीऔर कहा गया कि वह ‘डिजिटल अरेस्ट’ हो गई है। पूछताछ के 48 घंटे बाद श्रीमती गोयल ने 15 जुलाई कोअहमदाबाद बैंक खाते में 49 लाख 54 हजार ट्रांसफर किये। जिसके बाद अगले दिन, 16 जुलाई को को रायपुर के एक अन्य बैंक खाते में लाख रुपये भी ट्रांसफर कर दिए।
जब उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है,तो उन्होंने सोमवार, 22 जुलाई को सेक्टर 36 नोएडा साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
ACP विवेक रंजन राय ने साझा की जानकारी
इस पुरे मामले पर जानकारी देते हुए ACP साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया कि अपराधी की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।
नोएडा पुलिस ने हाल ही में लोगों को इस उभरते चलन के बारे में जागरूक किया। एडवाइजरी ने कहा, पिछले कुछ महीनों में, ऐसे लगभग 10 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसके चलते एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जारी हैं।
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SUMMARY
नोएडा की एक महिला डॉक्टर को डिजिटल घोटाले में 59 लाख रुपए की ठगी का शिकार होना पड़ा। उन्हें एक कॉल आया, जिसमें आरोप लगाया गया कि वह अश्लील वीडियो सर्कुलेट करती हैं। साइबर ठगों ने खुद को लॉ एनफोर्समेंट अधिकारी बताया और महिला डॉक्टर को गिरफ्तारी से बचने के बहाने रकम ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। ACP साइबर क्राइम घटना की जांच कर रहे हैं। एडवाइजरी ने जनता से ऐसी गतिविधियों के प्रति से सावधान रहने का आग्रह किया।
