दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने और आम लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इससे लोगों को मौजूदा ट्रैफिक सेंटिनल मोबाइल ऐप को अपडेट करके शिकायत करने की सुविधा मिलेगी। ट्रैफ़िक सेंटिनल नामक ऐप लोगों को ट्रैफ़िक उल्लंघनों के बारे में शिकायत दर्ज करने की अनुमति देता है। जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस हर माह शिकायतकर्ताओं को रैंक देगी। इसके अतिरिक्त, टॉप 4 लोगों में से प्रत्येक को 50,000 रुपये का इनाम मिलेगा।

Traffic Prahari App फिर से लॉन्च
1 सितंबर को दिल्ली पुलिस अपने ट्रैफिक प्रहरी मोबाइल ऐप को नए नाम ट्रैफिक प्रहरी के साथ दोबारा लॉन्च करेगी। इस ऐप का उद्देश्य दिल्ली निवासियों को वास्तविक समय में यातायात उल्लंघन की रिपोर्ट करने में मदद करना है। इस पहल का उद्देश्य आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान करते हुए सड़कों पर कानून और व्यवस्था बनाए रखना है।
ट्रैफिक उल्लंघन में लगातार बढ़ोतरी
हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में यातायात उल्लंघनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में स्टॉप-लाइन उल्लंघनों में 32% की वृद्धि हुई, वहीं लाइसेंस उल्लंघन में 45% की वृद्धि हुई हैं। ऐसे में ट्रैफ़िक प्रहरी ऐप में की मदद से, दिल्ली पुलिस का उद्देश्य इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना और शहर भर में सुरक्षित ड्राइविंग हैबिट्स को बढ़ावा देना है।
कैसे काम करती है “ट्रैफिक प्रहरी योजना”?
ट्रैफिक प्रहरी कार्यक्रम के तहत आम जनता ऐप के माध्यम से फोटो, वीडियो और संबंधित जानकारी अपलोड करके ट्रैफिक उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकती है। इसके लिए यूजर्स को अपने मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा, साथ ही उल्लंघन का प्रकार, समय, स्थान और वीकल रजिस्ट्रशन नंबर जैसी विशिष्ट जानकारी भी अपलोड करनी होगी।
इसके बाद दिल्ली पुलिस के पुष्टि करने के बाद हर महीने टॉप चार को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
छह माह में प्लान की समीक्षा
इस प्लान के छह माह बाद इसकी समीक्षा की जायेगी। जिसके बाद ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए यह मासिक पुरस्कार बढ़ाए जाने की उम्मीद हैं। नागरिकों की भागीदारी के बिना सड़क समस्या का समाधान असंभव है। ऐसे में यह आवश्यक है कि नागरिक इस व्यवस्था से अधिक से अधिक जुड़ें।
इस प्रोत्साहन राशि में सर्वोच्च रैंक वाले व्यक्ति को पचास हजार रुपये का इनाम मिलेगा, दूसरी रैंक को 25 हजार, तीसरी रैंक को 15 हजार, वहीं चौथी रैंक को 10 हजार रुपये का इनाम मिलेगा।
