बेंगलुरु और मंगलुरु के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस जल्द ही शुरू होने वाली है। ट्रेन के लिए बिजली का काम लगभग पूरा हो चुका है। साथ ही, यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। यह प्रोजेक्ट (Bengaluru Mangaluru Vande Bharat) बेंगलुरु और मंगलुरु के बीच यात्रा को न केवल तेज़ बनाएगा, बल्कि दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा।

तो आइए जानते है बेंगलुरु-मंगलुरु वंदे भारत रूट और ट्रेन से जुड़ी महत्वपूर्ण डिटेल्स-
वंदे भारत से बढ़ेगी बेंगलुरु-मंगलुरु कनेक्टिविटी
इस प्रोजेक्ट से कर्नाटका के कई जिलों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। राज्य के रेल नेटवर्क में एक नई जान आएगी, जिससे यात्रा और भी आसान हो जाएगी। विद्युतीकरण का काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। जहां 22 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है, वहीं बाकी 33 किलोमीटर पर काम जारी है। बेंगलुरु, तुमकुरु, हसन और मंगलुरु के यात्रियों को इस प्रोजेक्ट से खास फायदा होगा।
इस रूट को जल्द चालू करने की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। इसका उद्देश्य कर्नाटका के कमर्शियल और कॉस्टल एरिया के बीच तेज़ और आसान यात्रा सुनिश्चित करना है। हासन से मंगलुरु का हिस्सा सबसे चुनौतीपूर्ण माना जाता है। इसमें 57 सुरंगें और 700 से ज़्यादा पुल शामिल हैं। यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए, इस रूट को बढ़ाने के लिए सर्वे किया जा रहा है।
₹50,000 करोड़ के निवेश के साथ रफ्तार पकड़ेगा रेल नेटवर्क
हासन से मंगलुरु तक की रेल लाइन को अब दोगुना करने की तैयारी चल जोर शोर से चल रही है। इसके लिए ₹50,000 करोड़ की एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है। फिलहाल डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) पर काम चल रहा है। टेंडर प्रोसेस पूरा होने के बाद, उम्मीद की जा रही है कि यह परियोजना क्षेत्र में न सिर्फ यात्रा की गति बढ़ाएगी, बल्कि फ्रेट ट्रांसपोर्ट के लिए भी नयी राह खोलेगी। इस बदलाव से पूरे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार देखने को मिलेगा।
वही कदुर-चिक्कमगलुरु-बेलूर रेल लाइन अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। करीब 68 किलोमीटर लंबी यह लाइन जल्द ही तैयार होने वाली है। अधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि वे 20 जुलाई तक बेलूर से हासन तक ज़मीन लेने की प्रक्रिया का काम पूरा कर लें।
यह नई लाइन वंदे भारत कॉरिडोर (Vande Bharat Corridor) के लिए एक अहम फीडर रूट के रूप में काम करेगी।अब वंदे भारत जैसी ट्रेन सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रहेंगी। छोटे शहरों और कस्बों को भी इसकी सीधी और तेज़ कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
कर्नाटक में 11वां वंदे भारत रूट जल्द शुरू
बताते चले की कर्नाटक में फिलहाल 10 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। अब बेंगलुरु से मंगलुरु के बीच 11वां रूट शुरू होने जा रहा है। राज्य में पहले से बेंगलुरु-धारवाड़, मैसूरु-चेन्नई और मंगलुरु-मडगांव (Mangaluru-Madgaon route) जैसे लोकप्रिय रूट शामिल हैं। ऐसे में इस नए रूट से कर्नाटक के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क को और मज़बूती मिलेगी। इस पहल का उद्देश्य साफ है, बढ़ती यात्रियों की मांग को पूरा करना और सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम करना।
इस रेल प्रोजेक्ट (Vande Bharat Express Project) में ज़्यादातर जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो गया हैं। यात्रा को तेज़, सुविधाजनक और स्मार्ट बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। जैसे-जैसे प्रोजेक्ट का काम आगे बढ़ेगा, यह हाई-स्पीड सर्विस, पैसेंजर्स को सुरक्षित और एनवायरनमेंट फ्रेंडली ट्रेवल एक्सपीरियंस देगी।
देखा जाए तो इस प्रोजेक्ट से आसपास के इलाकों की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है।
Summary
बेंगलुरु-मंगलुरु के बीच नई Vande Bharat Express जल्द शुरू होने वाली है। इलेक्ट्रिफिकेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है, जिससे यात्रा तेज़ और आरामदायक होगी। इस प्रोजेक्ट से कर्नाटक के कई जिलों को फायदा मिलेगा और कनेक्टिविटी मजबूत होगी। 57 सुरंगें और 700 पुलों वाले इस चुनौतीपूर्ण रूट पर सुरक्षा और गति दोनों बढ़ेंगी। ₹50,000 करोड़ की योजना से रेल नेटवर्क और भी बेहतर बनेगा। यह कदम यात्रियों और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
