OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्कप्लेस का चेहरा बदल देगा। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में AI के चलते दुनियाभर की नौकरियों में बड़ा बदलाव होगा। सबसे पहले असर प्रोग्रामिंग और कस्टमर सर्विस से जुड़ी नौकरियों पर पड़ेगा। 40 वर्षीय ऑल्टमैन ने यह बयान ‘द टकर कार्लसन शो’ में दिया। उन्होंने कहा कि कुछ जॉब्स ऐसी होंगी जिन्हें AI आसानी से हैंडल कर लेगा। हालांकि कुछ जॉब्स के ह्यूमन स्किल पर ही बेस्ड ही रहेंगी।

AI का असर सबसे पहले प्रोग्रामर्स पर?
OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रोग्रामर की भूमिका कैसी होगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है। ऑल्टमैन ने कहा ‘एक ऐसा काम जिसके भविष्य को लेकर मुझे सबसे कम भरोसा है, वो है कंप्यूटर प्रोग्रामिंग। उनका कहना है कि AI ने इस फील्ड को तेजी से बदल दिया है। आज प्रोग्रामर होना दो साल पहले जैसा नहीं है। AI टूल्स की मदद से कोडिंग अब ज्यादा आसान और तेज हो गई है।’
हालांकि ऑल्टमैन का मानना है कि अभी इसका असर साफ दिख नहीं रहा है। उन्होंने आगे बताया कि सॉफ्टवेयर की डिमांड दुनियाभर में अब भी बहुत ज़्यादा है। इसलिए हो सकता है कि जहां कुछ नौकरियां जाएंगी, वहीं नई नौकरियां भी बनेंगी। उनका CEO का कहना है कि AI से निश्चित तौर पर बदलाव आएगा, लेकिन नए अवसर भी मिल सकते हैं।
कस्टमर सपोर्ट जॉब्स भी खतरे में, सैम ऑल्टमैन ने जताई चिंता
सैम ऑल्टमैन ने कहा कि कस्टमर सर्विस से जुड़े कई लोग अपनी नौकरियां खो सकते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि फोन या कंप्यूटर पर मिलने वाली ज़्यादातर कस्टमर सपोर्ट सर्विस AI बेहतर तरीके से कर सकता है।
AI सिस्टम न केवल तेज़ हैं, बल्कि ज्यादा एक्यूरेट और कम्पैटिबल भी हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर पूछे जाने वाले सवालों को ये सिस्टम आसानी से हैंडल कर सकते हैं। जहां इंसानों से गलती की गुंजाइश होती है, वहीं AI लगातार एक जैसा अनुभव देता है। ऑल्टमैन के मुताबिक, यह बदलाव तेजी से आ रहा है और कई जॉब्स को सीधे प्रभावित करेगा।
कौन-सी नौकरियां फिलहाल सुरक्षित?
सैम ऑल्टमैन का कहना है कि हर किसी को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। AI से कस्टमर सर्विस की कई नौकरियों पर असर तो पड़ेगा, लेकिन सभी पर नहीं। उन्होंने कहा कि कुछ काम ऐसे हैं, जिनमें इंसानी जुड़ाव बहुत ज़रूरी होता है। जिन जगहों पर सहानुभूति, समझदारी और भरोसे की ज़रूरत होती है, वहां इंसान ही बेहतर काम कर सकते हैं।
ऑल्टमैन ने एक उदाहरण देते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि नर्सों की नौकरी पर ज्यादा असर पड़ेगा। लोग ह्यूमन कनेक्शन चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि चाहे AI या रोबोट कितनी भी अच्छी सलाह दे, लोग इंसान से बात करना ही पसंद करेंगे।
यह बयान उनके पहले के विचारों से थोड़ा अलग है, जब उन्होंने कहा था कि AI, ह्यूमन कस्टमर सपोर्ट स्टाफ की जगह ले सकता है। अब वे मानते हैं कि कुछ परिस्थितियों में ह्यूमन कनेक्शन बेहद जरूरी होता है। ऑल्टमैन ने कहा, ‘भविष्य कोई नहीं जानता। लेकिन हम यह जरूर समझ सकते हैं कि AI कहां मदद करेगा और इंसान कहां जरूरी रहेंगे।’
Summary:
OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने बताया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्कप्लेस में बड़ा बदलाव लाएगा। सबसे पहले प्रोग्रामिंग और कस्टमर सर्विस जॉब्स प्रभावित होंगी। AI कई नौकरियां ले सकता है, लेकिन कुछ काम जैसे नर्सिंग और रेस्पॉन्सिव कस्टमर सर्विस में इंसानों की अहम भूमिका रहेगी। ऑल्टमैन का कहना है कि AI के साथ नई नौकरियों के अवसर भी खुलेंगे, इसलिए सभी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
