बेंगलुरू में पहली बार आए 15 जर्मन पायलटों के एक समूह को शहर के ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।। येलहंका एयरफोर्स स्टेशन, जहां Aero India 2025 का आयोजन हो रहा था, वहाँ से सिर्फ 17 किलोमीटर दूर स्थित यह ग्रुप सुबह 8 बजे एक प्राइवेट टैक्सी में बैठकर समय पर पहुंचने की उम्मीद के साथ अपनी यात्रा पर निकला। लेकिन, जो सफर जल्दी खत्म हो जाना चाहिए था, वह तीन घंटे के जाम में फंस गया, और इस वजह से वे 10 फरवरी को होने वाले बड़े इनॉग्रेशन सेरेमनी में हिस्सा नहीं ले पाए।

सिटी के जाम में फंसे पायलट
A330 यात्री विमान से पहुंचे पायलटों को इस बात का बिलकुल भी अनुमान नहीं था कि उन्हें इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कार्यक्रम के लिए पहले से तय ट्रैफिक रेस्ट्रिक्शन्स के बावजूद, उनकी टैक्सी घंटों जाम में फंसी रही, खासकर एंट्री पॉइंट्स के पास। एक पायलट ने, नाम न बताने की शर्त पर, अपने अनुभव को इस तरह से साझा किया, “जब तक हम कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे, तब तक यातायात ठीक था, लेकिन जैसे ही हम एंट्री पॉइंट के पास पहुंचे, हम लगभग डेढ़ घंटे तक जाम में फंसे रहे।”
उन्होंने आगे कहा कि यह कितना अजीब था, क्योंकि एक दिन पहले ही उन्होंने स्थानीय गाइड के साथ शहर की बुनियादी सुविधाओं और समस्याओं पर बात की थी। उन्होंने मज़ाक में कहा, आज, हमने इसका प्रत्यक्ष अनुभव किया।
व्यवस्थाओं में चूक और यातायात बना बड़ी चुनौती
आपको बता दें की बेंगलुरु यातायात पुलिस ने इन डेलीगेट्स के लिए खास एक कंट्राफ्लो लेन तैयार किया था, हालांकि जर्मन टीम इस रूट का इस्तेमाल नहीं कर पाई थी। इस बारे में बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस विशेष सुविधा का लाभ लेने की उम्मीद थी, लेकिन इसके बजाय डेलीगेशन को सामान्य ट्रैफिक लेन का ही सहारा लेना पड़ा।
Aero India 2025 में 78 देशों के 900 एक्सहिबीटर्स शामिल हुए। इन विजिटर की बड़ी संख्या को समायोजित करने और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सड़कों और हवाई मार्गों पर यातायात प्रतिबंध लगाए गए थे। इसके कारण, सिर्फ जर्मन टीम ही नहीं, बल्कि कई अन्य पैसेंजर्स को भी भारी देरी का सामना करना पड़ा।
Aero India 2025 ट्रैफिक का यात्रियों पर प्रभाव
बताते चलें की पायलटों के अलावा, केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kempegowda International Airport) पर जाने वाले कई यात्रियों को भी रोड रेस्ट्रिक्शन के कारण भारी देरी का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी कि वे बाहर निकलने से पहले अपनी फ्लाइट का टाइम चेक कर लें। हालांकि, इन उपायों के बावजूद, भीड़-भाड़ एक बड़ी चुनौती बनी रही, विशेषकर दिन के आखिरी वक्त में, जब दर्शकों की भीड़ हुनसमरनहल्ली टैंक बंड (Hunsamaranahalli tank bund) के पास सड़कों पर जमा हो गई।
Aero India 2025 में यातायात की व्यवस्था को प्रभावी तरीके से संभाला गया। हालांकि, बेंगलुरु के ट्रैफिक की वजह से जर्मन पायलटों का अनुभव कुछ हद निराशाजनक रहा।
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SUMMARY
बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2025 के दौरान पंद्रह जर्मन पायलटों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। येलहंका एयरफोर्स स्टेशन से 17 किलोमीटर दूर स्थित इस ग्रुप को निर्धारित समय पर कार्यक्रम स्थल पहुंचने में तीन घंटे की देरी हुई। यातायात प्रतिबंधों और रोड रेस्ट्रिक्शन के बावजूद, पायलट और अन्य यात्री भारी देरी का सामना करते रहे। जिसके चलते काफी समस्या देखने को मिलती, हालांकि अंत तक इस ट्रैफिक को भली-भांति नियंत्रित किया गया।
