सहारा ग्रुप की करोड़ों की संपत्ति को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट सामने आई है। दरअसल अडानी ग्रुप इन संपत्तियों को खरीदने की तैयारी में है। डील में एंबी वैली टाउनशिप और सहारा स्टार होटल जैसी प्रमुख प्रॉपर्टीज़ शामिल हैं। इस मामले में सहारा ने 6 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट में प्रपोजल पेश किया। हालांकि, यह डील सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद ही आगे बढ़ेगी।
बताया जा रहा है की इस अकाउंट (SEBI-Sahara Refund Account) से उन लाखों इन्वेस्टर्स को पैसा लौटाया जाएगा, जिनका पैसा सहारा मामले में फंसा हुआ है।

डील में शामिल हैं 50 से भी ज़्यादा प्रॉपर्टीज
बता दें कि सहारा-अडानी डील में देशभर की 88+ प्रॉपर्टीज शामिल हैं। इनमें कई प्रॉपर्टीज तो ऐसी भी है जो हाई-वैल्यू होने के साथ प्रीमियम लोकेशन्स में हैं। इस प्रॉपर्टीज में सबसे पॉपुलर नाम हैं-
1. एम्बी वैली सिटी, महाराष्ट्र (Aamby Valley City Maharashtra)
एम्बी वैली सिटी लगभग 8,810 एकड़ में फैली यह एक लग्ज़री टाउनशिप है। यह सहारा की सबसे महंगी और पॉपुलर संपत्तियों में गिनी जाती है।
2. सहारा स्टार होटल मुंबई (Sahara Star Hotel Mumbai)
मुंबई में स्थित सहारा स्टार होटल भारत के प्रमुख फाइव-स्टार होटल में शामिल है। मुंबई एयरपोर्ट के पास स्थित यह होटल लंबे समय से सहारा ब्रांड की पहचान बना हुआ है।
इसके अलावा डील में महाराष्ट्र, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और उत्तराखंड की कई और प्रॉपर्टीज भी शामिल हैं।
सहारा ने कोर्ट से मांगी सुरक्षा और निगरानी
डील प्रपोजल के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में सहारा ने कोर्ट से कुछ अहम मांगें रखीं। सहारा चाहता है कि कोर्ट आर्टिकल 142 के तहत अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करे। ताकि सभी को पूरा न्याय मिल सके। आगे सहारा ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उसकी संपत्तियों को जांच से बचाया जाए, सारे कानूनी मामले कोर्ट के अंदर सुलझाएं जाएं और प्रॉपर्टी सीज करने जैसे सारे आर्डर हटा दिए जाएं। इस मामले में सहारा ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक कमिटी बनाने का भी प्रस्ताव दिया है।
प्रॉपर्टी बेचने के पीछे क्या है Sahara कि स्ट्रेटेजी?
बताते चलें कि खराब मार्केट कंडीशन और बढ़ती कानूनी मुश्किलों की वजह से सहारा ग्रुप के लिए प्रॉपर्टी बेचना मुश्किल हो गया था। कंपनी का मानना है कि अलग-अलग प्रॉपर्टी बेचने में कई साल लग सकते हैं। इसलिए, सहारा ग्रुप ने सभी प्रॉपर्टीज़ एक साथ बेचने का विकल्प चुना है। कंपनी की यह स्ट्रेटेजी काफी फायदेमंद भी मानी जा रही है।
सहारा का अब तक का सबसे लंबा कानूनी संघर्ष
सहारा-सेबी विवाद की बात करें तो यह 2012 में अवैध तरीके से पैसा जुटाने से शुरू हुआ था। इस मामले पर अदालत ने कई आदेश दिए। यहां तक कि कंपनी प्रॉपर्टी भी सीज की गई। हालांकि इस विवाद के चलते इन्वेस्टर्स का काफी पैसा फंस गया। ऐसे में यह डील इन्वेस्टर्स को पैसा लौटाने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। यह भारत की सबसे लंबे समय तक चलने वाली कॉर्पोरेट लीगल बैटल में से एक है।
Summary:
अडानी समूह सहारा ग्रुप की 88 से अधिक प्रमुख प्रॉपटीज खरीदने की तैयारी में है। इस डील में एंबी वैली टाउनशिप और सहारा स्टार होटल शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के बाद अडानी तय की गई राशि सेबी-सहारा रिफंड खाते में जमा करेगा। इस कदम से इन्वेस्टर्स का फंसा हुए पैसा वापस मिलेगा। यह डील निवेशकों के लिए पैसा लौटाने की दिशा में एक अच्छा कदम साबित होगा।
