भारतीय निर्यात पर अमेरिकी टैरिफ का असर जल्द दिखाई दे सकता है। हाल ही में SBI की एक रिपोर्ट में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए है। रिपोर्ट बताती है कि टैक्स बढ़ने से दोनों देशों के बीच व्यापार पर असर पड़ सकता है। हालांकि, दीर्घकालिक असर इस पर निर्भर करेगा कि दोनों देश इस नए आर्थिक माहौल के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं।

अमेरिका को ज्यादा प्रभावित करेगा हाई टैरिफ
यह जानकारी SBI रिसर्च की 1 अगस्त को जारी रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25% टैरिफ का प्रभाव भारत से ज्यादा अमेरिका पर पड़ेगा। इन टैरिफ का असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भारत से अधिक हो सकता है। बता दें यह नए टैरिफ 7 अगस्त से लागू होगा।
ये टैरिफ क्रूड ऑयल और मिलिट्री इक्विपमेंट की खरीद पर जुर्माने के साथ लागू होंगे। SBI रिसर्च ने इसे खराब बिजनेस डिसीजन बताया है।
GDP में गिरावट और इन्फ्लेशन का खतरा
अमेरिकी इकॉनमी पर टैरिफ पॉलिसी का गहरा प्रभाव हो सकता है। GDP में कमी, इन्फ्लेशन में बढ़ोतरी और डॉलर का कमजोर होने की संभावना है।अमेरिका पहले से ही नए इन्फ्लेशन प्रेशर का सामना कर रहा है। टैरिफ और डॉलर में गिरावट इसका मुख्य कारण हैं। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन्फ्लेशन 2026 तक 2% के अधिक हो सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन टैरिफ से अमेरिकी परिवारों पर वित्तीय दबाव बढ़ेगा। बढ़ी हुई कीमतों के कारण, औसतन हर परिवार को $2,400 का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा। कम इनकम वाले परिवारों को लगभग $1,300 का नुकसान हो सकता है। वहीं, उच्च इनकम वाले परिवारों को $5,000 तक का नुकसान हो सकता है।
भारत के निर्यात बाजार में बड़ा बदलाव
बताते चलें की ट्रैफिक के चलते आने वाली समस्याओं को देखते हुए, भारत ने अपने निर्यात बाजारों में बदलाव किया है। अमेरिका अब तक भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। यह भारत के कुल निर्यात का 20 प्रतिशत हिस्सा है।
भारत से अमेरिका को किए जाने वाले निर्यात का करीब आधा हिस्सा इलेक्ट्रॉनिक्स, ज्वेलरी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे मुख्य क्षेत्रों से आता है। बता दें की पहले, इन प्रोडक्ट्स पर लगाए जाने वाले शुल्क अलग-अलग होते थे। हालांकि अब इन सभी केटेगरी पर 25 फीसदी शुल्क लागू होगा।
यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बदलाव से अमेरिका में दवाओं की कमी हो सकती है। इसके साथ ही दवाओं की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। फार्मास्यूटिकल क्षेत्र को खास तौर पर नुकसान होने का खतरा है।
Summary
SBI की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ का असर भारतीय निर्यात पर जल्द दिख सकता है। हालांकि यह अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव डालेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि टैरिफ से अमेरिकी GDP में कमी और इन्फ्लेशन में वृद्धि हो सकती है। अमेरिका में दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी और कमी का खतरा है। इसके साथ ही, भारत ने अपने निर्यात बाजारों में बदलाव किया है।
