भारत में 2030 तक 7-8 करोड़ नई नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि कामकाजी लोगों को नए स्किल सेट से लैस किया जाए। हाल ही में, 8 जनवरी को वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (WEF) ने अपनी “फ्यूचर ऑफ जॉब रिपोर्ट 2025” (Future of Jobs Report 2025) जारी की है, जिसमें 2030 तक जॉब मार्केट में आने वाले बड़े बदलावों की चर्चा की गई है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, 170 मिलियन नई नौकरियों का सृजन होगा, जबकि 92 मिलियन नौकरियां समाप्त हो जाएंगी। इस बदलाव के चलते दुनिया भर में 22% नौकरियों पर प्रभाव पड़ने का कयास लगाया जा रहा है।
स्किल्स गैप के चलते भविष्य में आने वाली चुनौती
रिपोर्ट में स्किल गैप को एक गंभीर चुनौती के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसमें लगभग 40% स्किल में बदलाव की संभावना जताई गई है। बता दें की 63% रिक्रूटर मानते हैं कि सही स्किल्स की कमी, बिजनेस परिवर्तन में सबसे बड़ी रुकावट है। इस बीच ऐसा अनुमान है की साल 2030 तक, 59% ग्लोबल वर्कफोर्स को पुनः कौशल (रीस्किलिंग) या एडवांस्ड कौशल (अपस्किलिंग) की आवश्यकता होगी, जिससे 120 मिलियन वर्कर्स के लिए नौकरी खोने का खतरा पैदा हो सकता है।
साथ ही इस रिपोर्ट में टेक सेक्टर जैसे AI, बिग डेटा और साइबरसिक्योरिटी में स्किल्स की बढ़ती जरूरत को मुख्यतः उठाया गया है। वहीं, ह्यूमन स्किल जैसे क्रिएटिविटी, फ्लेक्सिबिलिटी और अडाप्टिबिलिटी भी भविष्य में अपनी अहमियत बनाए रखेंगे। दोनों प्रकार के स्कील्स यानि AI और ह्यूमन को मिलाकर काम करने वाले प्रोफेशनल की भारी मांग होगी, जो विभिन्न इंडस्ट्री में सफलता की कुंजी बनेंगे।
AI और जनसांख्यिकीय बदलावों के युग में काम का भविष्य
बताते चलें की जनसांख्यिकीय बदलावों को देखते हुए से केयर और एजुकेशन के क्षेत्र में फ्रंटलाइन भूमिकाओं में सबसे ज़्यादा वृद्धि होने की उम्मीद है। वही नर्सिंग और सेकेंडरी स्कूल टीचिंग जैसे व्यवसायों में उल्लेखनीय विस्तार होने का अनुमान है। इसके विपरीत, AI में प्रगति के कारण कैशियरिंग, एडमिनिस्ट्रेटिव अस्सिटेंस और ग्राफ़िक डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में नौकरियों में कमी आने की संभावना है।
AI ऑटोमेशन से बिजनेस मॉडल बदल रहे हैं, जिसके कारण कई एम्प्लॉयर्स कर्मचारियों की संख्या घटाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। वहीं, 77% कर्मचारी अपनी स्किल्स को बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि स्किल गैप को कम करने और तेज़ी से बढ़ती इंडस्ट्री में अवसर बनाने के लिए सरकारों, कंपनियों और एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स को एकजुट होकर काम करना ज़रूरी है। ऐसे में इन मुद्दों पर WEF की 2025 की एनुअल मीटिंग में चर्चा होगी, जो “Collaboration for the Intelligent Age” विषय पर आधारित होगी।
____________________________________________________________
SUMMARY
भारत में 2030 तक 7-8 करोड़ नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए वर्कर्स को नए कौशल से लैस करना जरूरी होगा। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की “फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025” के मुताबिक, 170 मिलियन नई नौकरियों का सृजन होगा, जबकि 92 मिलियन नौकरियां समाप्त हो जाएंगी। रिपोर्ट में स्किल गैप, AI, और जनसांख्यिकीय बदलावों के कारण कार्यबल में बदलाव की चुनौती को प्रमुख रूप से उठाया गया है।
